कोरोना वायरस से निराश्रित हो गए हैं बच्‍चे तो जल्‍द करें आवेदन, मिलेगी सरकारी योजना का लाभ, जानें प्रक्रिया

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RGA न्यूज़

कोरोना संक्रमण से जिन बच्‍चों के अभिभावकों की मौत हो गई है, उनको सहायता के लिए आवेदन लिए जा रहे।

कोरोना संक्रमण से जिस परिवार के मुखिया का निधन हुआ उनके बच्‍चों के समक्ष जीवन यापन की चुनौती है। ऐसे परिवारों से आवेदन मांगे गए हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग में आवेदन लेने का क्रम जारी है। ऐसे बच्‍चों को सरकारी योजना का लाभ मिलेगा।

प्रयागराज, कोरोना वायरस की दूसरी लहर से कई परिवारों को तबाह कर दिया। कई परिवारों के बच्‍चों के सिर से माता-पिता का साया छिन गया। कोरोना से अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए प्रदेश सरकार ने योजना शुरू की है। इस योजना का लाभ पाने के लिए अब तक 115 परिवारों से आवेदन आए हैं। इसमें 56 परिवारों की जांच हो चुकी है। इनको जल्द ही योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। बाकी आवेदनों की जांच के बाद योजना का लाभ दिया जाएगा।

कोरोना संक्रमण से कई परिवारों के मुखिया का हो गया है निधन

कोरोना संक्रमण से जिस परिवार के मुखिया का निधन हुआ, उसके आश्रितों के लिए जीवन कठिन हो गया है। खासकर जिनके बच्चे 18 साल से कम उम्र तक के हैं, उनके सामने और भी चुनौती है। ऐसे परिवारों से आवेदन मांगे गए हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग में आवेदन लेने का क्रम जारी है।

जिला प्रोबेशन अधिकारी ने दी जानकारी

जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज मिश्रा ने बताया कि कोरोना में जो बच्चे निराश्रित हो गए हैं, उनके भरण पोषण, शिक्षा और सुरक्षा का इंतजाम सरकार कर रही है। ऐसे लोग कार्यालय में आवेदन करें, उनको मदद दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 115 आवेदन आ चुके हैं। इसमें 56 आवेदनों की जांच हो चुकी है। इनको जल्द ही मदद देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जिन बच्चों के माता और पिता दोनों की मौत कोरोना से हुई है, उन्‍हें लाभ मिलेगा।

ये बच्‍चे होंगे सरकारी योजना के पात्र

जिन बच्चों की उम्र 18 साल से कम हो और उनके माता, पिता या अभिभावक का निधन कोरोना से हुआ है, उन्हें योजना का लाभ दिया जाएगा।

अनाथ बच्‍चों को यह मिलेगा लाभ

- बाल देखरेख संस्थाओं में आवास।

- 18 साल की उम्र तक हर महीने चार हजार रुपये।

- कस्तूरबा गांधी बालिका और अटल आवासीय विद्यालय में 

- बालिकाओं के विवाह के लिए 1.01 लाख रुपये।

- व्यवसायिक शिक्षा के लिए लैपटाप या टैबलेट।

- बच्चों की चल और अचल संपत्तियों की कानूनी सुरक्षा।

 

यह हेल्पलाइन नंबर आपके आएगा काम

- 181 और 1098

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