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इसके साथ ही सभी डाटा पूरी तरह कंप्यूटरीकृत होगा
हालमार्क केंद्रों को और अधिक कंप्यूटराइज्ड व आधुनिक व्यवस्थाओं से लैस किया जाएगा। इसमें जेवर लेने से लेकर उस पर हालमार्क लगाने तक का सभी कार्य कंप्यूटर से होगा। इसके अलावा इसमें हर एक की तारीख भी होगी और उसका समय भी नोट किया जाएगा।
कानपुर, नई व्यवस्था में जेवरों पर हालमार्क व शुद्धता की मुहर के साथ छह अंकों का कोड भी रहेगा। इस छह अंकों के कोड में एक तरह से वह सारी जानकारी रहेगी जो यूनीक आइडेंटीफिकेशन में रखी जानी थी। इसके साथ ही सभी डाटा पूरी तरह कंप्यूटरीकृत होगा।
हालमार्क केंद्रों को और अधिक कंप्यूटराइज्ड व आधुनिक व्यवस्थाओं से लैस किया जाएगा। इसमें जेवर लेने से लेकर उस पर हालमार्क लगाने तक का सभी कार्य कंप्यूटर से होगा। इसके अलावा इसमें हर एक की तारीख भी होगी और उसका समय भी नोट किया जाएगा। इसके साथ ही अब जेवर पर तीन मुहर रहेंगी। इसमें एक मुहर ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआइएस) की होगी। दूसरी मुहर शुद्धता की होगी कि जेवर कितने कैरेट का है। इसके साथ ही छह अंकों का कोड भी होगा। हालांकि इसे अभी यूनीक आइडेंटीफिकेशन का नाम नहीं दिया गया है। इस कोड से बीआइएस के अधिकारी कोई भी शिकायत आने पर यह जान सकेंगे कि किस कारोबारी ने उस जेवर पर मुहर लगवाई थी। ऐसी स्थिति में बीआइएस उसके आगे की कार्रवाई भी कर सकता है। आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक पंकज अरोड़ा के मुताबिक अगर किसी ने बाद में जेवर में कोई गड़बड़ की तो पुलिस की जांच में यह मामला लाया जाएगा।
यूपी सराफा के प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत : 40 लाख रुपये से नीचे के टर्नओवर वाले छोटे कारोबारियों को हालमार्क से बाहर करने और 20 कैरेट सोने के जेवरों को हालमार्क की मान्यता दिलाने पर सराफा कारोबारियों ने यूपी सराफा एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष महेश चंद्र जैन का स्वागत किया।