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मुख्यमंत्री तीरथ रावत की सरकार के सौ दिन पूरे होने पर विरोध स्वरूप प्रदर्शन करते आम आदमी पार्टी कार्यकर्त्ता।
तीरथ रावत सरकार के 100 दिन के कार्यकाल को आप ने निराशाजनक बताते हुए नेपालीफार्म में प्रदर्शन किया। आप के संगठन मंत्री दिनेश असवाल ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश में मुख्यमंत्री का मुखौटा बदलकर जनता को गुमराह करने की जो चाल चली है उसे जनता समझ चुकी है।
रायवाला। तीरथ रावत सरकार के 100 दिन के कार्यकाल को आम आदमी पार्टी (आप) ने बेहद निराशाजनक बताते हुए नेपालीफार्म में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान आप के संगठन मंत्री दिनेश असवाल ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश में मुख्यमंत्री का मुखौटा बदलकर जनता को गुमराह करने की जो चाल चली है उसे प्रदेश की जनता समझ चुकी है। जिला मीडिया प्रभारी डा राजे सिंह नेगी ने कहा कि अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए भाजपा ने मुख्यमंत्री का मुखौटा बदल दिया। अब तीरथ सरकार की सौ दिन की गाथा ऐसे गाई जा रही है जैसे नया जनादेश मिला हो। उन्होंने कहा कि तीरथ सरकार की बड़ी उपलब्धि राज्य की महंगाई दर को राष्ट्रीय महंगाई दर से भी आगे ले जाना रही है। प्रदर्शन करने वालों में अमित बिश्नोई, धनपाल रावत, चंद्रमोहन भट्ट, सुनील कुमार,उत्तम ङ्क्षसह पंवार,गणेश बिजल्वाण, दिनेश कुलियाल,विनायक गिरि, विक्रांत भारद्वाज आदि रहे।
सड़क के गड्ढों पर आप ने किया प्रदर्शन
यमकेश्वर प्रखंड की लाइफलाइन और पौराणिक नीलकंठ महादेव मंदिर से जुड़े महत्वपूर्ण नीलकंठ मोटरमार्ग की स्थिति दयनीय बनी हुई है। यहां सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी ने बरसात के पानी से भरे इन गड्ढों पर मछली पकड़ने का जाल डालकर अनूठे अंदाज में प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी के नेता व क्षेत्र पंचायत बूंगा के सदस्य सुदेश भट्ट ने कहा कि जहां आज तीरथ सरकार अपने सौ दिन पूर्ण करने पर जश्न मना रही है वहीं राज्य निर्माण के 21 साल बाद भी यमकेश्वर विधानसभा की सड़कें अपने हाल पर आंसू बहा रही हैं।
यमकेश्वर को प्रदेश की राजधानी देहरादून से जोडने वाले घट्टुगाड, मोहन चट्टी, गैंड खाल, सिलोगी, गुमखाल जिला मुख्यालय पौडी समेत लैंसडौन कोटद्वार को जोडऩे वाले मार्ग पहली बरसात में ही गड्ढों में तब्दील हो गए हैं। आम आदमी पार्टी कार्यकर्त्ताओं ने सड़कों की स्थिति से जिम्मेदारों को अवगत कराने के लिए सड़कों के गड्ढों पर मछली पकड़ने वाले जाल के साथ विरोध प्रदर्शित किया। विरोध प्रदर्शन करने वालों में भगत राम जोशी, प्रदीप बिष्ट, शंकर, जितेंद्र, अश्वनी, मुकेश, सुमित बिष्ट आदि शामिल थे।