शिवयोग में निर्जला एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा से मिलेगा विशेष लाभ, नक्ष़़त्राें के सहयाेग से बन रहे शुभ याेग

harshita's picture

RGAन्यूज़

शिवयोग में निर्जला एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा से मिलेगा विशेष लाभ

 आज निर्जला एकादशी है इस दिन व्रत रखा जाता है। भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इसे भीम एकादशी भी कहते हैं। धर्म शास्त्रों के अनुसार जो भक्त सूर्योदय से अगले दिन सूर्योदय तक बिना खाए जल ग्रहण किए निर्जल रहकर व्रत करते हैं

बरेली, आज निर्जला एकादशी है, इस दिन व्रत रखा जाता है। भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इसे भीम एकादशी भी कहते हैं। धर्म शास्त्रों के अनुसार जो भक्त सूर्योदय से अगले दिन सूर्योदय तक बिना खाए, जल ग्रहण किए निर्जल रहकर व्रत करते हैं, उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और यश, वैभव, सुख की प्राप्ति होती है। दान-पुण्य से पापों से मुक्ति मिलती है।

शिव याेग में शुभ मानी जाती है एकादशी 

ज्योतिष शास्त्र में शिव योग और सिद्धि योग को बेहद शुभ माना जाता है। आचार्य मुकेश मिश्रा बताते हैं कि यह योग ग्रह-नक्षत्रों के शुभ संयोग से बनता है। जो सभी इच्छाओं को पूरा करने वाला माना जाता है। इस योग में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिव का अर्थ कल्याण होता है। ज्योतिष शास्त्र में इसे बेहद शुभ योग में गिना जाता है। इस दौरान किए गए कार्यों में शुभ परिणाम प्राप्त होने की मान्यता है।

कर्क रेखा पर रहेगा सूर्य

इस दिन सूर्य कर्क रेखा पर लंबवत रहेगा। जिससे धरती के उत्तरी गोलार्द्ध में दिन सबसे बड़ा और रात सबसे छोटी होगी। इस दिन कर्क रेखा के नजदीक मौजूद शहरों में दोपहर तकरीबन 12 से 12.30 के आसपास जब सूर्य आसमान के बीच में होगा तब थोड़ी देर के लिए परछाई गायब हो जाएगी।

निर्जला एकादशी मुहूर्त

एकादशी तिथि प्रारंभ : 20 जून 2021 को शाम 04:21 बजे

एकादशी तिथि समाप्त : 21जून 2021 को दोपहर 01:31 बजे

पारण (व्रत तोड़ने का) समय - 22 जून 2021 को सुबह 05:13 से 08:01 बजे तक

News Category: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.