![harshita's picture harshita's picture](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/styles/thumbnail/public/pictures/picture-2585-1622647100.jpg?itok=uOzLfLx7)
![](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/news/21_06_2021-ats_21758777.jpg)
RGA न्यूज़
मेरठ और आसपास एटीएस को जांच में पता चला था कि बड़ी संख्या में रोहिंगा छिपे हैं।
मेरठ में ऐसा भी कहा जा रहा है कि जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। एक बात यह भी निकल कर आ रही है कि रोहिंगा अपने मकान में नहीं बल्कि किराये के मकान में रहते हैं। ताकि आसानी से पकड़ में ना आ सकें।
मेरठ, रोहिंगा की गतिविधियों को लेकर पूरे वेस्ट यूपी में अलर्ट घोषित किया हुआ है। रोहिंगा को लेकर एटीएस ने मेरठ में डेरा डाल रखा है। तीन थाना क्षेत्र टीम के रडार पर हैं। कई लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। बताया जा रहा है कि जल्द ही कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है। वहीं, जांच में सामने आया है कि बड़ी संख्या में रोहिंगा शहर से लेकर देहात तक में हैं। एटीएस जल्द इनपर शिकंजा कसेगी।
कई नाम सामने आए
मास्टर माइंड नूर आलम, अजीजुर्रहमान उर्फ अजीम, मुफीजुर्रहमान उर्फ मुफीज, इस्माइल और हाफिज की गिरफ्तारी के बाद कई नाम सामने आए थे। उनकी धरपकड़ के लिए एटीएस डेरा डाले हुए हैं। टीम की शुरुआती जांच में तीन थाने लिसाड़ी गेट, ब्रह्मपुरी और खरखौदा ऐसे सामने आए हैं, जहां बड़ी संख्या में रोहिंगा हो सकते हैं। टीम ने कई लोगों से पूछताछ भी की है।
जानकारी हाथ लगी
कुछ महत्वपूर्ण जानकारी हाथ भी लगी है। कहा जा रहा है कि जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। एक बात यह भी निकल कर आ रही है कि रोहिंगा अपने मकान में नहीं, बल्कि किराये के मकान में रहते हैं। ताकि आसानी से पकड़ में ना आ सकें। सीओ अतुल यादव ने बताया कि तीन थाना क्षेत्र टीम के रडार पर हैं। जानकारी एकत्र की जा रही है।
दस साल से किराए के मकान में
हाफिज शफीक मूलरूप से मुशीदम म्यांमार और इस्माइल टमरू म्यांमार का निवासी है। ये हाल में खरखौदा के अलीपुर में रह रहे थे। मुफीजुर्रहमान और अजीजुर्रहमान उर्फ अजीज मूलरूप से रखाइन म्यांमार के रहने वाले हैं, जो लिसाड़ीगेट के ईरा गार्डन में रह रहे थे। सीओ अतुल यादव ने बताया कि एटीएस की टीम ने शफीक और मुफीज को लिसाड़ीगेट के ईरा गार्डन से पकड़ा है, अजीज और इस्माइल को खुर्जा बुलंदशहर से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए चारों आरोपित मेरठ में पिछले दस साल से किराये का मकान लेकर रह रहे थे। एक सप्ताह पहले पकड़ा गया नूर आलम लक्खीपुरा में किराये के मकान में रहता था। उसने ही हाफिज,मुफीजुर्रहमान, इस्माइल और अजीजुर्रहमान को शरण दी थी।
मलेशिया में महिलाओं की तस्करी
एटीएस की पूछताछ में सामने आया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हवाला के पैसे से रकम का आदान-प्रदान करते थे। साथ ही मलेशिया में महिलाओं की तस्करी भी कर रहे थे। पकड़े गए आरोपितों ने मेरठ में रहने वाले कुछ अन्य रोहिंग्या के नाम बताए हैं, जो उनके धंधे में शामिल हैं। उन्होंने वोटर आइडी, आधार कार्ड और पासपोर्ट तक बनवा रखे हैं। कई चुनाव में अपने मत का प्रयोग भी कर चुके हैं। तब भी खुफिया विभाग की टीम उनका पता नहीं लगा पाई। एलआइयू की तरफ से जांच रिपोर्ट लगाने के बाद ही रोहिंग्या का पासपोर्ट भी जारी हो चुका है। पकड़ा गया हाफिज पासपोर्ट से कई देशों की यात्रा भी कर चुका है। सीओ अतुल यादव ने बताया कि एटीएस की टीम ने मेरठ में डेरा डाला हुआ है। कुछ रोहिंग्या की तलाश कर रहे हैं। उम्मीद है कि पकड़े गए आरोपितों के अन्य साथियों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।