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फर्जी टीकाकरण कैंप मामले में आठ आरोपित गिरफ्तार हीरानंदानी एस्टेट सोसायटी में फर्जी टीकाकरण शिविर मामले में 8 आरोपित गिरफ्तार मुख्य आरोपितों के बैंक खाते सील। अब तक कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस गैंग ने इस तरह के आठ शिविर आयोजित किए थे।
मुंबई। हीरानंदानी एस्टेट सोसायटी में फर्जी टीकाकरण कैंप मामले में आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से मुख्य आरोपितों के बैंक खाते भी सील कर दिए गए हैं। बता दें कि अब तक इस मामले में 10 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस तरह के आठ और शिविरों का आयोजन भी किया गया था जिनमें से छह के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके हैं। नकली वैक्सीन मामले में, पुलिस उपायुक्त, विशाल ठाकुर की निगरानी में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण के जाल से मुक्त करने के लिए वैक्सीन लगवाने पर जोर दिया जा रहा है। इसी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए मुंबई के कांदिवली इलाके में स्थित हीरानंदानी एस्टेट सोसायटी (Hiranandani Estate Society) में 30 मई को वैक्सीन कैंप का आयोजन किया गया था। वैक्सीन लगवाने वाले लोगों ने दावा किया है कि उन्हें फर्जी वैक्सीन लगायी गई है। लोगों का कहना है कि न तो उन्हें वैक्सीन लगवाये जाने का प्रमाण पत्र जारी किया गया और न ही वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर में कोई लक्षण नजर आये। जैसा कि आमतौर पर वैक्सीन लगवाने के बाद सामने आते हैं। इसके बाद से ही उन लोगों को शक होने लगा और उन्होंने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवायी। लोगों का ये भी कहना था कि उन्हें वैक्सीन सेल्फी लेने से भी मना किया गया।
यहां 390 लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन की डोज दी गई थी। प्रति डोज के हिसाब से 1260 रुपए लिए गए थे। सोसायटी के लोगों का कहना है कि राजेश पांडे नाम का एक शख्स बीते कुछ दिनों से वैक्सीनेशन को लेकर लगातार सोसायटी कमेटी से संपर्क कर रहा था। उसने अपना परिचय कोकिलाबेन अंबानी अस्पताल का प्रतिनिधि बताकर दिया था। सोसायटी में आयोजित किया गया कोविड वैक्सीन कैंप संजय गुप्ता नामक शख्स की देखरेख में चलाया गया था। वहीं, महेंद्र सिंह नाम के एक तीसरे शख्स ने टीकाकरण के लिए सोसाइटी के लोगों से कैश पैमेंट ली थी।