फेफड़े अब भी हो रहे फाइब्रोसिस का शिकार, खतरा बरकरार है इसलिए कोरोना से बचाव के लिए रहिए सावधान

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RGA न्यूज़

प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती हैं दो दर्जन मरीज, रिकवरी के बावजूद स्थिति गंभीर

एसआरएन के पोस्ट कोविड वार्ड में दो दर्जन मरीज भर्ती हैं। इन्हें रिकवर होने पर लेवल थ्री कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है लेकिन आक्सीजन लेवल 90 से कम है। कई लोगों को बाइपेप से आक्सीजन देनी पड़ रही है। कुछ मरीजों को साधारण आक्सीजन दी जा रही

प्रयागराज। कोरोना वायरस का एक से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण कम हुआ है, लेकिन फेफड़ों में इससे होने वाला खतरा पहले जैसा ही है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बावजूद पोस्ट कोविड मरीजों के फाइब्रोसिस फेफड़े (फेफड़े क्षतिग्रस्त होने की आखिरी स्टेज) कुछ इसी ओर इशारा कर रहे हैं। लेवल थ्री कोविड अस्पताल से रिकवरी के बाद स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के पोस्ट कोविड वार्ड में कई मरीज भर्ती हैं जिन्हें बाइपेप से आक्सीजन देकर फाइब्रोसिस ठीक करने की कोशिशें जारी हैं।

पोस्ट कोविड वार्ड में कई मरीजों को बाइपेप से देनी पड़ रही आक्सीजन

एसआरएन के पोस्ट कोविड वार्ड में दो दर्जन मरीज भर्ती हैं। इन्हें रिकवर होने पर लेवल थ्री कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है लेकिन आक्सीजन लेवल 90 से कम है। ऐसे में कई लोगों को बाइपेप से आक्सीजन देनी पड़ रही है। कुछ अन्य मरीजों को साधारण आक्सीजन दी जा रही है। ऐसे भी लोग हैं जिन्हें पोस्ट कोविड वार्ड में लाए करीब एक महीना हो चुका है। चिकित्सक कहते हैं कि जिन्हें बाइपेप से आक्सीजन दी जा रही है उन्हें फेफड़े में फाइब्रोसिस हो गया है, यानी वायरस के चलते फेफड़े काफी अधिक खराब हो गए हैं।

भर्ती रखना है मजबूरी

कोविड से रिकवरी के बाद भी मरीज साधारण तरीके से सांस नहीं ले पा रहे हैं। किसी को एक सप्ताह तक तो किसी को एक माह से अधिक भी पोस्ट कोविड वार्ड में भर्ती रखना पड़ रहा है। क्योंकि मरीजों को घर के लिए डिस्चार्ज करने से पहले उनकी सांस का लेवल सुधार की ओर लाना स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता है।

इन तरीकों से ठीक होता है फाइब्रोसिस

आक्सीजन, दवा, एंटी बायोटिक, फिजियोथेरेपी

स्थितियों को देखते हुए सुरक्षित रहें

कोरोना की पहली लहर में संक्रमित जल्दी स्वस्थ हो जा रहे थे। दूसरी लहर में कई संक्रमितों के पूरी तरह स्वस्थ होने में महीनों लग रहे हैं। लोग सचेत रहें, सुरक्षित रहें, तीसरी लहर की आशंका को स्वीकार करते हुए कोरोना से बचने के नियम का पालन जरूर करें।

डा. मोहित जैन, अधीक्षक लेवल थ्री कोविड अस्पताल

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