PM Modi ने मन की बात कार्यक्रम में याद किए मिल्खा सिंह, बोले- फ्लाइंग सिख देश का गौरव

Praveen Upadhayay's picture

RGAन्यूज़

PM Modi ने मन की बात कार्यक्रम में याद किए मिल्खा सिंह, बोले- फ्लाइंग सिख देश का गौरवप्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के दौरान मिल्खा सिंह को याद किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) का जिक्र करते हुए कहा कि जब हम ओलंपिक की बात कर रहे हों तो भला मिल्खा सिंह को कैसे भूल सकते हैं। कुछ दिन पहले ही कोरोना ने उन्हें हमसे छीन लिया।

, चंडीगढ़। आज यानी 27 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) 'मन की बात' (Mann Ki Baat) कार्यक्रम के दौरान सुबह 11 बजे देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने कोरोना से जान गंवाने वाले उड़नसिख मिल्खा सिंह (Flying Sikh Milkha Singh) को याद किया। मिल्खा सिंह का हाल ही में 18 जून को चंडीगढ़ पीजीआइ में कोरोना संक्रमण के चलते निधन हुआ था। वहीं, उनके देहांत से पांच दिन पहले उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का भी कोरोना के कारण स्वर्गवास हुआ था। निर्मल मिल्खा सिंह पूर्व नेशनल वॉलीबॉल खिलाड़ी थीं। वहीं, पदमश्री मिल्खा सिंह के बेटे जीव मिल्खा सिंह इंटरनेशनल गोल्फर हैं। मिल्खा सिंह परिवार के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-8 स्थित कोठी में रहते थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) का जिक्र करते हुए कहा कि जब हम ओलंपिक की बात कर रहे हों तो भला मिल्खा सिंह को कैसे भूल सकते हैं। कुछ दिन पहले ही कोरोना ने उन्हें हमसे छीन लिया।

है।

मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिल्खा सिंह को याद करते हुए कहा कि मिल्खा सिंह को कौन भूल सकता है। उन्होंने कहा कि जिस समय मिल्खा सिंह पीजीआइ चंडीगढ़ में कोरोना संक्रमण के कारण भर्ती थे तब उनसे बात करने का मौका मिला। प्रधानमंत्री ने मिल्खा सिंह को ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने की बात कही थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि मिल्खा सिंह भारत का गौरव थे।

पीएम ने आगे कहा, वो खेल को लेकर इतना समर्पित और भावुक थे कि बीमारी में भी उन्होंने तुरंत ही इसके लिए हामी भर दी। लेकिन, दुर्भाग्य से नियति को कुछ और मंजूर था। पीएम मोदी ने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि मुझे आज भी याद है 2014 में मिल्खा सिंह सूरत आए थे। हम लोगों ने एक मैराथन का उद्घाटन किया था। उस समय उनके साथ खेलों के बारे में जो बात हुई, उससे मुझे भी बहुत प्रेरणा मिली थी। हम सब जानते हैं कि मिल्खा सिंह जी का पूरा परिवार खेल के प्रति समर्पित रहा है, भारत का गौरव बढ़ाता रहा है।m

News Category: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.