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RGA न्यूज़
बरेली के टीकाकरण केंद्रों पर दोपहर से पहले खत्म हुई कोविशील्ड,
कोरोना संक्रमण को हराने के लिए लोग टीकाकरण के प्रति जागरूक हुए हैं। वहीं दूसरी ओर प्रदेश में वैक्सीन की किल्लत की वजह से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। जिले में पहले से ही सेशन कम कर करीब सात हजार डोज से वैक्सीनेशन प्रस्तावित था
बरेली, एक तरफ कोरोना संक्रमण को हराने के लिए लोग टीकाकरण के प्रति जागरूक हुए हैं। वहीं, दूसरी ओर प्रदेश में वैक्सीन की किल्लत की वजह से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। जिले में पहले से ही सेशन कम कर करीब सात हजार डोज से वैक्सीनेशन प्रस्तावित था, इनमें से 4949 लोगों ने टीकाकरण कराया। लेकिन दोपहर में ही कई जगह कोविशील्ड खत्म हो गई। इस बाबत केंद्रों पर नोटिस भी चस्पा कर दिए गए। इससे वैक्सीन लगवाने पहुंचे लोगों ने कुछ केंद्रों पर हंगामा मचाया। वहीं, कुछ पर लोग मायूस होकर लौट गए।
ग्रामीण इलाकों में नहीं हुआ टीकाकरण
जिले में मंगलवार को टीकाकरण के लिए सीमित डोज थीं। एक हजार डोज रविवार को मंगाई गई लॉट से बची थी। वहीं, लगभग इतनी ही डोज सोमवार को वैक्सीनेशन के बाद बच गई थी। इसके अलावा कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कुछ डोज जिला प्रतिरक्षण कार्यालय के पास सुरक्षित रखी थीं। अधिकतम सात हजार वैक्सीन होने की वजह से डीआइओ ने ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीनेशन रद रखा था। केवल शेरगढ़ ब्लाक में ही एक जगह कैंप लगााकर टीकाकरण हुआ।
45 प्लस में 57 फीसद वैक्सीनेशन
शहरी केंद्रों पर भी सीमित डोज से वैक्सीनेशन होना था। जिले में 45 प्लस के 2500 लोगों का टीकाकरण होना था। इसमें 1445 लोगों ने टीकाकरण कराया, यानी करीब 57 फीसद। यह आंकड़ा गिरने की एक वजह यह भी रही कि आन स्पाट रजिस्ट्रेशन में पहली डोज लगवाने के लिए पहुंचे लोगों को वापस लौटाना पड़ा। जिससे दूसरी डोज लगवाने के लिए पहुंचे लोगों का अधिकतम टीकाकरण हो सके।
युवा वर्ग में 3504 को लगी डोज
इसी तरह शहर के युवा वर्ग में चार हजार लोगों को पहली और पांच सौ युवाओं को दूसरी डोज लगना प्रस्तावित था। कुल 3504 लोगों का टीकाकरण हुआ। इसमें 3180 को पहली और 324 को दूसरी डोज लगाई गई। इस आयुवर्ग में भी दूसरी डोज के कुछ युवाओं को वापस लौटना पड़ा।