पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी : पीएम मोदी ने की थी तारीफ, जूता कांड ने छवि पर लगाया बट्टा

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RGA न्यूज़

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी। 

वर्ष 2014 के लोस चुनाव में संतकबीर नगर संसदीय सीट पर कमल खिलाने वाले पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी इस पिछड़े जिले के विकास और ख्याति बढ़ाने के लिए सदैव लगे रहे। उनके प्रयास से ही संतकबीर की धरती मगहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन हुआ था।

संतकबीर नगर, वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में बसपा के कुशल से हारने के बाद भी शरद के हौसले बुलंद रहे। वर्ष 2014 के लोस चुनाव में संतकबीर नगर संसदीय सीट पर कमल खिलाने वाले पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी इस पिछड़े जिले के विकास और ख्याति बढ़ाने के लिए सदैव लगे रहे। उनके प्रयास से हस्तशिल्प मेला में तत्कालीन केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी और संत कबीर की धरती मगहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन हुआ था।

वर्ष 2009 के लोस चुनाव में बसपा के कुशल को दी थीं कड़ी टक्कर

वर्ष 2009 में संतकबीर नगर संसदीय सीट से कुल 24 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे शरद त्रिपाठी ने इस सीट पर 'कमल' खिलाने के लिए पूरा प्रयास किया था। उन्होंने बसपा के भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी को कड़ी टक्कर दी थी। इस संसदीय क्षेत्र में आने वाले मेंहदावल, खलीलाबाद, धनघटा, आलापुर(अंबेडकरनगर)व खजनी (गोरखपुर) आदि पांच विधानसभा क्षेत्र के कुल 10,13,275 में से 8,00, 921 मतदाताओं ने वोट डाला था। इस चुनाव में बसपा के भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी को 2,11,043 मत, भाजपा के शरद त्रिपाठी को 1,81,547 मत, सपा के भालचंद्र यादव को 1,71,045 मत, पीस पार्टी के राजेश सिंह 1,07,779 मत, कांग्रेस के फजले महमूद को 33,899 मत मिले थे। इस प्रकार बसपा के कुशल ने भाजपा के शरद को 29,496 मतों से हराया था। वहीं पीस पार्टी के राजेश सिंह, कांग्रेस के फजले महमूद समेत 21 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थीं।

वर्ष 2014 के चुनाव में बसपा के कुशल को हराए थे शरद

वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में संसदीय सीट संतकबीर नगर से बसपा के भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी से हारने के बाद भी भाजपा के शरद त्रिपाठी के हौसले बुलंद रहे। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में संतकबीर नगर संसदीय सीट से बसपा के भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी को हराकर यहां कमल खिला दिया था। पार्टी को मजबूत करके, कार्यकर्ताओं में जोश भरकर तथा पार्टी की नीतियों को गांव-गांव पहुंचाकर उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की थीं।

शरद के प्रयास से हस्तशिल्प मेला में आई थीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी

वर्ष 2014 में सांसद बने भाजपा के शरद त्रिपाठी के प्रयासों का परिणाम रहा कि हीरालाल रामनिवास स्नातकोत्तर महाविद्यालय-खलीलाबाद में हस्तशिल्प मेला आयोजित हुआ। 07 अक्टूबर 2018 को इस कार्यक्रम में केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी आई थीं। उन्होंने भाजपा सांसद शरद के इस प्रयास की सराहना की थी। इस मेले में हस्तशिल्पयों का पंजीकरण कराया गया था। इस मेले में भारत सरकार से नेशनल अवार्ड से सम्मानित व चिकनकारी कला को जीवित रखने वाली लखनऊ की महिला कारीगर बेबी बिल्किस आई थीं। तत्कालीन राष्ट्रपति से शिल्प गुरु की उपाधि से सम्मानित लखनऊ के मो. शरीफ सहित कई नामचीन कारीगर इस मेले में आए थे। इसलिए यह मेला इस जिले के लिए सबसे बड़ा हस्तशिल्प मेला साबित हुआ था।

संतकबीर की धरती मगहर में जब पड़े थे पीएम मोदी के पांव

28 जून 2018 का दिन इस पिछड़े जिले के लिए उपलब्धियों वाला दिन रहा। इस दिन महान संत कबीर की धरती मगहर में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांव पड़े थे। हर राह मगहर की ओर मुड़ गई थीं। मंच पर प्रधानमंत्री के साथ सांसद शरद त्रिपाठी भी मौजूद रहे। पीएम ने मंच से सांसद शरद के प्रयासों की सराहना की थी। पीएम ने मगहर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए संत कबीर अकादमी सहित कई प्रोजेक्टों की घोषणा की थी।

'जूता कांड' ने छवि पर लगाया बट्टा

शरद और मेंहदावल के भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल के आपस में बेहद अच्छे संबंध थे। मेंहदावल विधानसभा क्षेत्र में मोटरसाइकिल चलाते विधायक राकेश और इनके पीछे बैठे पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी की तस्वीर शायद लोग कभी भूल नहीं पाएंगे। इनकी मित्रता कुछ लोगों को खलती थी। ऐसे लोग इन दोनों में दूरी बनाने के लिए मौके की तलाश में थे। छह मार्च 2019 को संतकबीर नगर कलेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना समिति की बैठक शुरू हुई। मेंहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल ने बोर्ड में अपने नाम की जगह सांसद शरद त्रिपाठी का नाम होने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में हो रहे विकास कार्य का श्रेय उन्हें मिलना चाहिए न कि सांसद को।

इस पर पूर्व सांसद ने कहा कि मेंहदावल उनके संसदीय क्षेत्र में शामिल है। इसलिए बोर्ड में उनका नाम होना गलत नहीं। इसपर इन दोनों में नोकझोंक हुआ। इसके बाद सांसद ने जूते से विधायक की पिटाई कर दी। तत्कालीन डीएम रवीश गुप्त, एएसपी असित कुमार श्रीवास्तव ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत किया था। इस घटना के बाद शरद का ट‍िकट संतकबीर नगर से कट गया लेकिन उनके प‍िता डाक्‍टर रमापति राम त्रिपाठी को भाजपा ने देवरिया से ट‍िकट द‍िया और डाक्‍टर रमापति राम त्रिपाठी देवरिया से सांसद बने।

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