

RGAन्यूज़
पावरकॉम के अनुसार प्रदेश में इस समय बिजली की डिमांड 14500 मेगावाट से भी आगे पहुंच चुकी है।
बारिश न होने से प्रदेश में तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग लगातार एसी कूलर आदि चलाने को मजबूर हो गए हैं। इस कारण सूबे में बिजली की खपत अचानक बढ़ गई है।
, जालंधर। भीषण गर्मी के बीच पंजाब में अचानक आए बिजली संकट ने आम जनता के पसीने छुड़वा दिए हैं। जालंधर, लुधियान, अमृतसर सहित प्रदेश भर के शहरों में रोजाना अघोषित बिजली कट लगने से लोग मुश्किलों का सामना करने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में पावरकॉम ने पंजाब के लोगों से अगले तीन दिन तक एसी का प्रयोग न करने की अपील की है।
मानसून आने में देरी में बढ़ाई मुश्किलें
पावरकॉम ने बिजली संकट के पीछे तीन बड़े कारण बताए हैं। पहली वजह है इस बार मानसून आने में देरी। बारिश न होने से प्रदेश में तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग लगातार एसी, कूलर आदि चलाने को मजबूर हो गए हैं। इस कारण सूबे में बिजली की खपत अचानक बढ़ गई है। दूसरी बड़ा कारण है इस समय चल रही धान की बिजाई। वहीं, तलवंडी साबो थर्मल पावर प्लांट की एक यूनिट फेल होने को भी कारण बताया जा रहा है। पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने उपभोक्ताओं से अगले तीन दिन तक एयर कंडीशनर समेत बिजली की भारी खपत करने वाले उपकरणों को न चलाने की अपील की है
पंजाब में बिजली की खपत 14500 मेगावाट के पार पहुंची
पावरकॉम के अनुसार प्रदेश में इस समय बिजली की डिमांड 14500 मेगावाट से भी आगे पहुंच चुकी है, जिसे पूरा करना बड़ी चुनौती बन गया है। इस वजह से तमाम सरकारी एवं निजी कार्यालयों में बिजली का सदुपयोग किया जाना चाहिए। मुलाजिमों को मल्टीपल एसी यूनिट चलाने से भी गुरेज करने को कहा गया है। तर्क यह भी दिया गया है कि जहां कम उपकरण चलाने से बिजली के संकट में कुछ राहत मिलेगी, वहीं उपभोक्ताओं को बिजली बिल भी काम आएगा।