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महगांई से बिगड़ रहा मिडिल क्लास फैमिली का बजट
मध्यमवर्गीय परिवारों पर महंगाई की चौतरफा मार पड़ी है। रसोई गैस (नान सब्सिडी सिलिंडर) में 25.50 रुपये की उछाल के बाद दबे पांव सीएनजी भी महंगी हो गई। शुक्रवार को सीएनजी स्टेशन पर पहुंचे लोग हैरान
बरेली, मध्यमवर्गीय परिवारों पर महंगाई की चौतरफा मार पड़ी है। रसोई गैस (नान सब्सिडी सिलिंडर) में 25.50 रुपये की उछाल के बाद दबे पांव सीएनजी भी महंगी हो गई। शुक्रवार को सीएनजी स्टेशन पर पहुंचे लोग हैरान थे, क्योंकि तीन महीने में सीएनजी 3.50 रुपये महंगी हो चुकी है।
अप्रैल में 60 रुपये में मिलने वाली सीएनजी में ढाई रुपये की बढोत्तरी हुई थी। लोगों की प्रतिक्रिया हुई, लेकिन सीएनजी के दाम कम नहीं हुए। अब अचानक 0.70 पैसे की बढ़ोत्तरी के बाद सीएनजी 63.50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई। इसका असर माल भाड़ा पर भी जल्द नजर आने लगेगा।
पेट्रोल और डीजल के दामों में भी आग लगी हुई है। बरेली के फिलिंग स्टेशनों के रिकार्ड में पेट्रोल और डीजल अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। सिर्फ दो महीने में पेट्रोल दाम में 9.68 रुपये, जबकि डीजल में 8.45 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई। बरेली में चार मई को पेट्रोल 88.61 रुपये लीटर, जबकि डीजल 81.24 रुपये लीटर बिक रहा था। शुक्रवार को सामान्य पेट्रोल 96.29 रुपये, जबकि डीजल 89.69 रुपये लीटर का बिका। पावर श्रेणी का पेट्रोल 99.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95 रुपये लीटर तक उछाल मार गए। बेतहाशा इजाफे की वजह से लोगों की जेब पर बाेझ बढ़ गया है।
25.50 रुपये महंगे सिलिंडरों की बुकिंग शुरू
गुरुवार को घरेलू रसोईं गैस सिलिंडर की कीमतें 25.50 रुपये, जबकि व्यावसायिक सिलिंडर 84 रुपये महंगी हुई थी। घरेलू सिलिंडर का बाजार भाव 827.50 रुपये से बढ़कर 853 रुपये हो गया। व्यावसायिक गैस सिलिंडर 1515 रुपये से बढ़कर 1599 रुपये का हो गया। वहीं पांच किलो वाले छोटे सिलेंडर भी नौ रुपये का इजाफा हुआ। 312 रुपये का छोटा सिलेंडर अब 321 रुपये का मिलने लगा है।
सिलिंडर की मौजूदा कीमतें
घरेलू सिलिंडर - 853 रुपये
व्यावसायिक सिलिंडर - 1599.50 रुपये
छोटा सिलिंडर - 321 रुपये
सीएनजी -63.50 रुपये प्रति किलो
सामान्य
पेट्रोल - 96.29 रुपये प्रति लीटर
डीजल - 89.69 रुपये प्रति लीटर
पावर
पेट्रोल - 99.88 रुपये प्रति लीटर
डीजल - 95 रुपये प्रति लीटर
पेट्रोल की होल्डिंग कास्ट पेट्रोल पंप के मालिकों के लिए भी बढ़ी है। पंप मालिकों की कमीशन नहीं बढ़ाई गई है। लागत बढ़ने से पेट्रोल पंप के मालिक भी परेशान है। - अशोक गुप्ता, अध्यक्ष, पेट्रोल एसोसिएशन
आम आदमी की कमर टूट चुकी है। इतनी महंगाई के बावजूद विपक्ष शांत है। कही कोई आवाज नहीं, विरोध नहीं कर रहा।- सारिका, नागरिक
चुनावी साल में रेट बढ़ने के बाद क्या कहा जाए। अंतरराष्ट्रीय कीमतें बढ़ नहीं रही है। फिर दामों में इजाफा आखिर क्यों हो रहा है।
- संजीव, नागरिक
कुछ दिन में माल भाड़ा बढ़ जाएगा। फिर आम आदमी और परेशान होगा। क्योंकि पेट्रोल-डीजल कीमतें बढ़ने के बाद यही होता है।
- निमीष, नागरिक