RGA न्यूज़
ऐसे में वार्ड ब्वाय से प्लांट आपरेट कराने का निर्देश दिया गया
जिले के छोटे और बड़े सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन जनरेशन प्लांटों की स्थापना की जा रही है। पहला प्लांट उर्सला अस्पताल के इमरजेंसी ब्लाक में स्थापित किया गया है। उर्सला के इनडोर की तरफ एक और प्लांट की स्थापना होनी है।
कानपुर, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आक्सीजन की किल्लत से असमय लोगों को जान गंवानी पड़ी। शासन-प्रशास ने इससे सबक लेते हुए शहर के मेडिकल कालेज के अस्पतालों, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सरकारी अस्पतालों से लेकर ग्रामीण अंचल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में आक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। उर्सला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट से आक्सीजन का उत्पादन शुरू है, जबकि जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल के 100 बेड मेटरनिटी विंग के प्लांट का ट्रायल शुरू है। कई प्लांट स्थापित करने का कार्य तेजी से चल रहा है। हालांकि इन प्लांट को आपरेट करने के लिए कोई आपरेटर का प्रावधान नहीं किया गया है, इस समस्या से अस्पताल प्रशासन से शासन को अवगत कराया था। ऐसे में वार्ड ब्वाय से प्लांट आपरेट कराने का निर्देश दिया गया है।
जिले के छोटे और बड़े सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन जनरेशन प्लांटों की स्थापना की जा रही है। पहला प्लांट उर्सला अस्पताल के इमरजेंसी ब्लाक में स्थापित किया गया है। उर्सला के इनडोर की तरफ एक और प्लांट की स्थापना होनी है। इसी तरह कांशीराम संयुक्त अस्पताल, घाटमपुर, सरसौल एवं बिल्हौर सीएचसी में भी प्लांट की स्थापना का कार्य तेजी से चल रहा है। कुछ प्लांट शासन के स्तर से बजट जारी कर स्थापित किए जा रहे हैं, वहीं कुछ एनजीओ मदद कर स्थापित किए जा रहे हैं। इन प्लांट को आपरेट करने के लिए अलग से कर्मचारी नहीं तैनात किए जा रहे हैं।
एलएलआर अस्पताल में पांच प्लांट : जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) में पांच आक्सीजन जनरेशन प्लांट की स्थापना की जानी है। उसमें से मेटरनिटी विंग के प्लांट का ट्रायल रन शुरू है। न्यूरो साइंस सेंटर और इमरजेंसी ब्लाक के प्लांट की स्थापना के लिए निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल में जगह चिन्हित कर ली गई है, बजट का इंतजार हो रहा है। बाल रोग में छोट आक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा चुका है। इन प्लांट को आपरेट करने के लिए किसी प्रकार के कर्मचारी का कोई प्रावधान ही नहीं है।
इनका ये है कहना
- आक्सीजन जनरेशन प्लांट की स्थापना का कार्य अस्पतालों में तेजी से चल रहा है। उर्सला में प्लांट आपरेट करने की समस्या उठाई गई थी। इस पर शासन ने अस्पताल में तैनात वार्ड ब्वाय को प्लांट आपरेट करने की ट्रेनिंग दिलाने का निर्देश दिया गया है। उनके जिम्मे ही प्लांट चलाने का जिम्मा होगा। उनकी शिफ्ट के हिसाब से ड्यूटी लगाई जाएगी। - डा. जीके मिश्रा, अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण।