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RGA न्यूज़
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक ने स्कूलों को पत्र जारी कर दिए निर्देश हैं।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक ने स्कूलों को पत्र जारी कर दिए निर्देश हैं। अनुपस्थित होने की स्थिति में शून्य अंक देकर या उनके नाम के आगे कुछ और उल्लेख नहीं किया जाएगा अब।
आगरा, कोरोना संक्रमण काल में स्कूल बंद हुए, लेकिन आनलाइन कक्षाएं जारी थी। छमाही और प्री-बोर्ड परीक्षा भी हुई। लेकिन जो विद्यार्थी बिना पढ़े 12वीं पास होने का सपना संजोए थे, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने उन्हें करारा झटका दिया है। बोर्ड ऐसे तमाम विद्यार्थियों को अनुपस्थिति मानकर रिजल्ट तैयार करेगा।
सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर डा. रामानंद चौहान ने बताया कि बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक डा. संयम भारद्वाज ने सभी विद्यालयों को एक आदेश जारी किया है। इसमें सभी निर्देश है कि पूरे सत्र के दौरान विभिन्न आनलाइन-आफलाइन परीक्षाओं, मूल्यांकन के लिए परीक्षा, प्रैक्टिकल समय सारिणी के दौरान विद्यार्थियों से संपर्क नहीं किया जा सका और आवश्यक मूल्यांकन किया जाना ना तो संभव था और नहीं है संभव है। ऐसे मामलों में यह सुनिश्चित किया जाए कि विद्यार्थियों को अनुपस्थित चिन्हित किया जाए, ताकि ऐसे विद्यार्थियों के संबंध में परिणाम घोषित न हो। यह ध्यान दिया जाए कि उक्त विद्यार्थियों के संबंध में डाटा उन्हें शून्य अंक देकर या उनके नाम के सामने कुछ और उल्लेख करके अपलोड ना किया जाए।
यह रखी हैं शर्त
अनुपस्थित उम्मीदवार के बारे में इन शर्तों के साथ उन्होंने दो और शर्त रखी हैं कि विद्यार्थी पहले ही स्थानांतरण प्रमाण पत्र ले चुका है या विद्यार्थी मृत्यु या नाम काटने आदि के मामलों सहित, किसी भी कारण से स्कूल का एक वास्तविक विद्यार्थी नहीं रह गया है।
इसलिए उठाया कदम
दरअसर स्कूलों ने बोर्ड से लगातार शिकायत की थी कि कुछ विद्यार्थी जो एलओसी जमा करने के समय स्कूल में पढ़ रहे थे, अब कई कारण से परीक्षा या परिणाम की गणना के लिए उपलब्ध नहीं हैं। उनके मामले में क्या किया है। बता दें आगरा में ऐसे कई विद्यार्थी हैं, जिनकी सूचना स्कूलों के माध्यम से बोर्ड को भेजी गई है।