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RGA न्यूज़
एक घर में एक से अधिक हो रहे रोगी, मौसम में हो रहा उतार चढ़ाव, कभी बारिश तो कभी गर्मी
मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय यानी काल्विन अस्पताल के फिजीशियन डा. संजीव यादव का कहना है कि चार-पांच दिनों से ओपीडी में मरीज ज्यादा आ रहे हैं। घरों में एक से अधिक लोग भी बीमारियों से ग्रसित पाए जा रहे है
प्रयागराज, कभी मानसूनी बौछार तो कभी लपट मारती धूप में अगर आप घर से बाहर निकल रहे हैं तो जरा सावधान हो जाइए। पल-पल बदलते इस मौसम ने बीमारी का एक नया दरवाजा खोल रखा है। मौसम के विपरीत प्रभाव के चलते लोगों को सर्दी, जुखाम, बुखार हो रहे हैं और यह संक्रामक रोग की तरह भी हैं। एक घर में एक से अधिक सदस्य भी बीमार होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। डाक्टरों ने सतर्क रहने की हिदायत दी है।
कैसा है यह फ्लू, चकित हैं डाक्टर भी
बीते करीब सप्ताह भर से एक अजनबी फ्लू मंडरा रहा है। यह फ्लू कैसा है इसे डाक्टर नहीं समझ पा रहे हैं। लोगों को सर्दी जुखाम के साथ बुखार हो रहा है। बुखार 101 से 104 डिग्री तक पहुंचता है। लेकिन जांच कराने पर न टाइफाइड का पता लग रहा है न मलेरिया और न ही डेंगू मिल रहा है। पैरासीटामाल, सेट्रिजिन, एंटीबायोटिक के रूप में डिप्लोमाइसीन आदि से उपचार हो रहा है। डाक्टर फिलहाल इसे साधारण वायरल बुखार ही मान कर चल रहे हैं।
तीसरी लहर की है यह आहत
मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय यानी काल्विन अस्पताल के फिजीशियन डा. संजीव यादव का कहना है कि चार-पांच दिनों से ओपीडी में मरीज ज्यादा आ रहे हैं। घरों में एक से अधिक लोग भी बीमारियों से ग्रसित पाए जा रहे हैं। कभी प्रतीत होता है कि यह कोरोना की तीसरी लहर की आहट है। लोगों में थोड़ी घबराहट भी है लेकिन, जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने पर सभी को राहत मिलती है।
ज्यादा धूप में नही निकलें
स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के फिजीशियन डा. अजीत चौरसिया कहते हैं कि पिछले सप्ताह से ही ऐसे मरीज आ रहे हैं। फ्लू की अभी पहचान नहीं हो सकी है। लेकिन, इस मौसम में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। लोग धूप में ज्यादा न निकलें। पसीना निकल रहा है तो कहीं पंखे की हवा में बैठ जाएं।