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RGA न्यूज़
नौ ही सीटों पर भाजपा विजयी हुई थी
पंचायत चुनाव में सपा ने रालोद के साथ मिलकर जिला पंचायत सदस्य की 16 सीटें निकाली थीं। इनमें नौ सपा की थीं। नौ ही सीटों पर भाजपा विजयी हुई थी। जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए सपा ने पूरा जोर लगा दिया था।
अलीगढ़, पंचायत चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर दे चुकी समाजवादी पार्टी ब्लाक प्रमुख के चुनाव में दो ही सीटों पर प्रत्याशी उतार सकी। गुरुवार को इगलास और अकराबाद से पार्टी प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए। सपा नेताआें का कहना है कि सत्ताधारियोें के दबाव के चलते विपक्ष से पर्चा भी नहीं भरा जा रहा। वहीं कांग्रेस एक भी प्रतयाशी नहीं उतार पाई।
रालोद से मिलकर जीती 16 सीटें
पंचायत चुनाव में सपा ने रालोद के साथ मिलकर जिला पंचायत सदस्य की 16 सीटें निकाली थीं। इनमें नौ सपा की थीं। नौ ही सीटों पर भाजपा विजयी हुई थी। जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए सपा ने पूरा जोर लगा दिया था। आठ सदस्यों का समर्थन और चाहिए था। लेकिन, मिल न सका। भाजपा ने दूसरे दलों में सेंधमारी कर और निर्दलीयों का साथ लेकर अध्यक्ष की कुर्सी पर अपना कब्जा बरकरार रखा। अब ब्लाक प्रमुख के चुनाव में भी भाजपा ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रही है। उधर, प्रमुख विपक्षी दल सपा सभी 12 सीटों पर प्रत्याशी तक न उतार सकी। हालांकि, सपा नेताओं का दावा था कि सभी सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। गुरुवार को पर्चे दाखिल हुए तो इगलास और अकराबाद से ही सपा प्रत्याशियों के पर्चे आए। एक अन्य सीट पर सपा के संभावित प्रत्याशी का दावा किया जा रहा है। जबकि, 2016 में सपा ने ब्लाक प्रमुख की सात सीटें निकाली थीं। लोधा, गाैंडा, इगलास, धनीपुर, अकराबाद, बिजौली और गंगीरी ब्लाक के सपा के प्रत्याशी जीते थे। तब प्रदेश में सपा की सरकार थी। जिलाध्यक्ष गिरीश यादव कहते हैं कि 2016 में सपा से जीते ब्लाक प्रमुखों में चार भाजपा में चले गए थे। सपा के समर्थकों को ही भाजपा प्रत्याशी बना रही है। उन्होंने कहा कि इगलास में नामांकन के दौरान भाजपा नेताओं ने सत्ता का खुलकर दुर्पयोग किया। सपा प्रत्याशी के साथ प्रस्तावक को जाने नहीं दिया, जबकि भाजपा नेता नामांकन कराने अंदर चले गए। इसी का विराेध सपा ने किया था।