अभिभावकों के खातों में सीधे पहुंचेगी प्रोत्साहन राशि, पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्‍टम को सक्रिय करने की तैयारी

harshita's picture

RGA न्यूज़

अभिभावकों के खातों में सीधे पहुंचेगी प्रोत्साहन राशि।

बेसिक शिक्षा विभाग ने पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम को सक्रिय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे अभिभावकों के खातों में विभिन्न योजनाओं की प्रोत्साहन राशि सीधे पहुंच सकेगी अभी तक मिड डे मील और गरीब बच्चों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि खातों में भेजी जा रही है।

 सहारनपुर। बेसिक शिक्षा विभाग ने पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम को सक्रिय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे अभिभावकों के खातों में विभिन्न योजनाओं की प्रोत्साहन राशि सीधे पहुंच सकेगी अभी तक मिड डे मील और गरीब बच्चों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि खातों में भेजी जा रही है। अब यूनिफॉर्म जूता मोजा स्वेटर स्कूल बैग की राशि ही खाते में भेजी जानी है।

बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग द्वारा योजनाएं संचालित की जा रही हैं। अभी तक विभाग जिला या ब्लॉक स्तर से अभिभावकों के खातों में पैसा डाल रहा था लेकिन अब पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल से पैसा सीधे अभिभावकों के खाते में डाला जाएगा। इससे गड़बड़ी भी पकड़ में आ सकेंगे खाते सत्यापित करने के लिए अभिभावकों से सहमति पत्र लेने के निर्देश दिए गए हैं। इन सहमति पत्रों को स्कूल में सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक की होगी।

बता दें कि आधार नंबर का इस्तेमाल करने के लिए सहमति पत्र लेना जरूरी होता है। यदि किसी बच्चे के अभिभावक के खाते सत्यापित नहीं हो पा रहे हैं। तो प्रधानाध्यापक उन्हें डिलीट करने की संस्तुति कर सकेंगे जिसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी उन्हें डिलीट कर देंगे। योजना के लागू होने से अभिभावकों का पूरा ब्यौरा एक जगह होगा और उसमें नाम जोड़ने काटने को लेकर किसी प्रकार की वसूली नहीं की जा सकेगी। इसे खातों की ट्रैकिंग में मानिटरिंग भी आसान हो जाएगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व्हाट्सएप रमेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रधानाध्यापक के माध्यम से आधार नंबर का इस्तेमाल करने के लिए अभिभावकों की सहमति लेना सुनिश्चित करें।  

News Category: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.