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मध्य प्रदेश में एक और भाजपा नेता का राज्यसभा सदस्य के तौर पर होगा समायोजन।राज्यसभा सदस्य रहे थावरचंद गहलोत का कार्यकाल 2024 तक था।
भोपाल, भाजपा के वरिष्ठ नेता थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाए जाने के बाद मध्य प्रदेश से राज्यसभा की एक सीट रिक्त हो गई है। गहलोत का कार्यकाल 2024 तक था। अब इस सीट पर उपचुनाव होगा और विधानसभा में पर्याप्त सदस्य संख्या होने के कारण यह सीट भाजपा के पास ही रहेगी।
भाजपा के किसी वरिष्ठ नेता को मिलेगा मौका
ऐसे में प्रदेश से भाजपा के किसी वरिष्ठ नेता के राज्यसभा में समायोजन की नीति भाजपा अपनाएगी। किसी वरिष्ठ सदस्य की दावेदारी को इस माध्यम से पूरा किया जाएगा। इसमें आगामी नगरीय निकाय और विधानसभा चुनाव की स्थिति को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाएगा।
छह महीने के भीतर राज्यसभा के लिए उपचुनाव
चुनाव आयोग छह महीने के भीतर राज्यसभा के लिए उपचुनाव कराएगा। मध्य प्रदेश में उपचुनाव का सिलसिला थम नहीं रहा है। गत वर्ष 28 विधानसभा क्षेत्र के एक साथ उपचुनाव देश में पहली बार हुए थे। इसके बाद दमोह विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव कुछ दिन पहले ही हुआ है। कुछ दिन बाद जोबट,पृथ्वीपुर और रैगांव विधानसभा क्षेत्र सहित खंडवा लोकसभा क्षेत्र के लिए भी उपचुनाव होना है। अब गेहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बना दिए जाने के बाद राज्यसभा की एक सीट के लिए भी उपचुनाव होगा।
मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सीट रिक्त होने के छह महीने की अवधि में चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव कराया जाता है। चुनाव आयोग एक महीने पहले इसकी सूचना देता है और रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त करता है।