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इन दिनों वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ने से एक बार फिर दवाओं की बिक्री बढ़ गई है। . स महीने वायरल फीवर के मरीजों के तेजी से बढऩे के कारण दवाओं की बिक्री में भी करीब 20 से 25 फीसद तक इजाफा हुआ है। दवा विक्रेताओं के गोदाम में डंप माल कम होने लगे हैं। अब उन्हें नुकसान होने का डर भी नहीं सता रहा है।
प्रयागराज, कोरोना महामारी की दूसरी लहर की रफ्तार एकदम कुंद पड़ जाने के बाद से दवाओं की बिक्री काफी घट गई थी। इससे दवा कारोबारियों के माल गोदाम में डंप हो गए थे। दवाओं की वापसी के भी रास्ते बंद हो गए थे क्योंकि दवा कंपनियों ने दवाएं वापस लेने से मना कर दी थीं। इससे उन्हें भारी घाटा होने का अंदेशा था। वहीं अब दवाओं की बिक्री अचानक बढ़ गई है।
वायरल फीवर के मरीज बढ़े
इस महीने वायरल फीवर के मरीजों के तेजी से बढऩे के कारण दवाओं की बिक्री में भी करीब 20 से 25 फीसद तक इजाफा हुआ है। इससे दवा विक्रेताओं के गोदाम में डंप माल अब धीरे-धीरे कम होने लगे हैं। अब उन्हें नुकसान होने का डर भी नहीं सता रहा है।
इन दवाओं की बिक्री तेज
बारिश का मौसम होने के कारण कभी तेज गर्मी तो कभी अचानक मौसम अचानक ठंड जैसा हो जाता है। इससे लोगों में वायरल फीवर एवं अन्य फंगल बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि होने से एंटीबायोटिक, एंटीपायरेटिक और एनालजेसिक दवाओं की बिक्री भी बढ़ी है। इस श्रेणी की दवाओं में पैरासीटामाल, नीमोस्लाइड, एसिक्लोफेनिक, सिप्रोफ्लाक्सेसिन, ओ-फ्लाक्सेसिन, एजिथ्रोमाइसीन दवाएं शामिल हैं।
बोले, इलाहाबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष
इलाहाबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल दुबे का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद दवाओं की बिक्री बहुत घट गई थी। वहीं जुलाई के पहले सप्ताह से वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में वृद्धि होने से दवाओं की बिक्री में तेजी आने लगी है। दवाओं की सेल में करीब 20 से 25 फीसद का इजाफा हुआ है।