प्रयागराज में गंगा पर बने 100 वर्ष पुराने रेलवे ब्रिज पर ट्रेनों की गति 20 किमी प्रति घंटे निर्धारित, जानें वजह

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RGA न्यूज़

झूंसी रेल ब्रिज 100 वर्ष से ज्यादा पुराना है। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के कर्मचारी इस पुल की देखरेख करतेे हैं। बाढ़ आने पर पुल के एक तरफ तटबंध की शिकायत आने पर दुरुस्त किया गया। इस बीच रेलवे ने झूंसी रेलवे ब्रिज पर काशन लगा दिया गया है।

प्रयागराज में गंगा-यमुना में बाढ़ के कारण रेलवे ब्रिजों पर अतिरिक्‍त सतर्कता बरती जा रही है।

प्रयागराज, प्रयागराज में गंगा पर ट्रेनों के आवागमन के लिए रेलवे का पुल बना है। गंगा-यमुना नदियों में आई बाढ़ के चलते बने रेलवे ने दारागंज-झूंसी रेलखंड में गंगा पर बने रेल ब्रिज पर काशन लगा दिया है। अब इस पुल पर ट्रेनों की अधिकतम गति 20 किलोमीटर प्रति घंटे कर दी गई है। उधर, प्रयाग जंक्शन-फाफामऊ रेलखंड में गंगा पर बने रेल ब्रिज पर भी ट्रेनों की स्पीड कम की गई। दोनों पुल की निगरानी के लिए संबंधित इंजीनियरिंग विभाग की टीम सक्रिय है।

झूंसी रेलवे ब्रिज पर सामान्‍य दिनों में ट्रेनों की स्‍पीड 60 किमी प्रति घंटा है

झूंसी रेलवे ब्रिज 100 वर्ष से ज्यादा पुराना है। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के कर्मचारी इस पुल की देखरेख करतेे हैं। बाढ़ आने पर पुल के एक तरफ तटबंध की शिकायत आने पर दुरुस्त किया गया। इस बीच रेलवे ने झूंसी रेल ब्रिज पर काशन लगा दिया गया है। अब गाडिय़ों की अधिकतम रफ्तार 20 किमी प्रति घंटे रहेगी। सामान्य दिनों में इस पुल पर ट्रेनें 60 किमी प्रति घंटा की गति से चलती हैं।

पुराने यमुना ब्रिज पर बढ़ी निगरानी

यमुना नदी में बाढ़ को देखते हुए उत्‍तर मध्‍य रेलवे (एनसीआर) के नैनी रेल ब्रिज की निगरानी भी बढ़ा दी गई है। यहां हर घंटे पानी के जलस्तर की रिपोर्ट रेलवे कंट्रोल रूम को भेजी जा रही है। बता दें कि पुराना ब्रिज 156 वर्ष पुराना है। इस पुल पर ऊपर से ट्रेन गुजरती हैं जबकि नीचे वाहन चलते हैं।

खाने के पैकेट का किया वितरण

गंगा-यमुना में आई बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने के लिए सपा महानगर अध्यक्ष सै. इफ्तेखार हुसैन के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कई इलाकों का दौरा किया। बालूमंडी, गऊघाट, कघटर, बलुआघाट, गौस नगर, गड्ढा कालोनी, करैलाबाग, सलोरी, बघाड़ा, राजापुर आदि क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को बिस्कुट, पानी की बोतल, फल, दूध व ब्रेड बांटे गए। इस दौरान रवींद्र यादव, परवेज अहमद, नंदलाल निषाद नंदा, ओपी यादव, ऋचा ङ्क्षसह, मंजीत कुमार, मुन्ना यादव, मोईन हबीबी आदि शामिल रहे।

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