महंगाई की मारः घटते-घटते सिर्फ 24 रुपये रह गई गैस सिलेंडर सब्सिडी, वह भी खाते में नहीं पहुंच रही

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RGA news

इस साल जनवरी में 724 रुपये में मिल रहे सिलेंडर के दाम बढ़कर अगस्त में 864.50 रुपये हो गए हैं। केवल आठ महीने में रसोई गैस सिलेंडर के दामों में 120.50 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। सिलेंडर पर 400 रुपये मिल रही सब्सिडी घटकर 24 रु

 

जालंधर में कई उपभोक्ताओं के खाते में सब्सिडी नहीं पहुंच पा रही है। फाइल फोटो

 जालंधर। सब्सिडी के भ्रमजाल में जनता ऐसी फंसी कि उसे पता ही नहीं कब रसोई गैस सिलेंडर पर मिल रही 400 रुपये की सब्सिडी 24.21 रुपये रह गई। सब्सिडी के साथ सबसे बड़ी समस्या यह भी है कि इसे अधिकतर उपभोक्ताओं के खाते में नहीं भेजा जा रही है। इससे उनकी परेशानी बढ़ गई है। ऊपर से सिलेंडर पर महंगाई की मार पड़ी सो अलग। इस साल जनवरी में 724 रुपये में मिल रहे सिलेंडर के दाम बढ़कर अगस्त में 864.50 रुपये हो गए हैं। केवल आठ महीने में रसोई गैस सिलेंडर के दामों में 120.50 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है।

सब्सिडी पाने के लिए भटक रहे लोग

रसोई गैस सिलेंडर पर भले ही इन दिनों केवल 24.21 रुपये सब्सिडी मिल रही है, बावजूद अधिकतर उपभोक्ताओं के खाते में यह पैसे नहीं पहुंच रहे हैं। इसके लिए उपभोक्ता कभी गैस एजेंसी तो कभी बैंकों में जाकर धक्के खाने को विवश होना 

नहीं आ रही सब्सिडी तो एजेंसी से करें संपर्क

आल इंडिया एलपीजी फेडरेशन के जिला प्रधान ललतेश भसीन बताते हैं कि अगर किसी उपभोक्ता को रसोई गैस की बनती सब्सिडी नहीं मिल रही है तो इसके लिए अपनी एजेंसी से संपर्क किया जा सकता है। वहा पर आपको अपना आधार कार्ड, उपभोक्ता नंबर की कापी व बैंक की पासबुक लेकर जानी होगी। कई बार लोग बैंक अकाउंट बंद करवा देते हैं और नया अकाउंट अपडेट नहीं करवाते। इस वजह से परेशान

रसोई गैस सिलेंडर के दामों में हुई बढ़ोतरी (कीमत रुपये में)

वर्ष 2020 जनवरी : 741

फरवरी : 741

मार्च : 833

अप्रैल : 771

मई : 584

जून : 619.50

जुलाई : 623.50

अगस्त : 624.50

सितंबर : 624

अक्टूबर : 624

नवंबर : 624

दिसंबर : 674

वर्ष 2021 जनवरी : 724

फरवरी : 724

मार्च : 849

अप्रैल : 83

मई : 839

जून : 864.50

जुलाई : 864.50

अगस्त : 864.50

तीन आयल कंपनिया जिले में दे रहीं सेवाएं

- इंडियन आयल कंपनी कुल एजेंसिया : 47 कुल कनेक्शन : 4.30 लाख

- हिंदुस्तान पेट्रोलियम कुल एजेंसिया : 14 कुल कनेक्शन : 1.30 लाख

- भारत पेट्रोलियम कुल एजेंसिया : 10 कुल कनेक्शन : 90 हजार

- तीनों आयल कंपनियों की जिले में कुल एजेंसिया : 71 जिले में कुल उपभोक्ता : 6.50 लाख

- जिले में सिंगल सिलेंडर वाले उपभोक्ता : 1.30 लाख

- जिले में डबल सिलेंडर वाले उपभोक्ता : 5.20 लाख

चार साल में घटी सब्सिडी (कीमत रुपये में)

वर्ष 2018 में औसत : 400 रुपये

वर्ष 2019 में औसत : 400 रुपये

वर्ष 2020 में औसत : 350 रुपये

वर्ष 2021 औसत : 24.21 रुपये

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