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RGA न्यूज़
नेशनल चैंबर ने की मुख्यमंत्री से व्यवस्था लागू करने की मांग।कोल्ड स्टोरेज व शिक्षण संस्थाओं में लग सकेंगे सोलर उपकरण। सोलर उर्जा पर्यावरण के लिए बहुत ही अनुकूल है। यह सिस्टम पूरी तरह सूर्य की रोशनी पर आधारित है और इससे कोई प्रदूषण नहीं होता।
सोलर उर्जा पर्यावरण के लिए बहुत ही अनुकूल है
आगरा, अक्षय ऊर्जा दिवस की पूर्व संध्या पर नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्रीज एंड कामर्स ने सौर ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए नेट मीटरिंग व्यवस्था लागू करने की मांग की। अधिकांश राज्यों में यह व्यवस्था लागू हो चुकी है, जिससे सौर ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ावा मिल रहा है, किंतु उप्र में यह व्यवस्था लागू नहीं है। चैंबर ने मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री, निदेशक नान-कंवेंशनल एनर्जी डवलपमेंट एजेंसी (नेडा) उप्र, चेयरमैन विद्युत नियामक आयोग और ऊर्जा सचिव को इसके लिए पत्र भेजे हैं
पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने कहा कि वर्ष 2008 में केंद्र सरकार द्वारा आगरा को सोलर सिटी घोषित किया गया था, लेकिन इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ। सौर ऊर्जा के लिए आगरा बहुत ही अनुकूल है। ताज ट्रेपेजियम जोन होने से यहां प्रदूषण रहित उद्योगों की स्थापना हो सकती है, जिसमें सौर ऊर्जा उपकरण निर्माता इकाइयों की स्थापना आसानी से हो सकती है। पूर्व अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा कि जिस गति से पारपंरिक ऊर्जा स्राेतों का इस्तेमाल हो रहा है, उससे पर्यावरण और मानव जाति को बहुत नुकसान हो रहा है। ऐसी अवस्था में गैर-पारंपरिक ऊर्जा बेहद अनिवार्य है। चैंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा कि नेट मीटरिंग व्यवस्था लागू होने से कोल्ड स्टोरेज व शिक्षण संस्थानों में सोलर उपकरण लग सकेंगे। आगरा में प्रदूषण रहित उद्योगों की स्थापना हो सकेगी। चैंबर ने इंटीग्रेटेड मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर में सोलर सिटी बनाने की मांग की। उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल व सुनील सिंघल, कोषाध्यक्ष गोपाल खंडेलवाल आदि मौजूद रहे।
सोलर एनर्जी अपके लिए कैसे है फायदेमंद
सोलर उर्जा पर्यावरण के लिए बहुत ही अनुकूल है। यह सिस्टम पूरी तरह सूर्य की रोशनी पर आधारित है और इससे कोई प्रदूषण नहीं होता। एक बार की लागत के साथ हमेशा के लिए बिजली बिल से छुटकारा पाया जा सकता है। भविष्य में सौर ऊर्जा की बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार लगातार लोगों को सोलर प्लांट लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और कई तरह की रियायत भी दे रही है।