आगरा में शहर और देहात के 56 केंद्रों पर आज लगाई जाएगी कोरोना से बचाव को वैक्सीन

harshita's picture

RGA न्यूज़

ऑनलाइन स्‍लॉट बुक कराने की नहीं है जरूरत। अपना आधार कार्ड साथ ले जाकर सीधे केंद्र पर ही करा सकते हैं पंजीकरण। शनिवार को विशेष तौर पर दूसरी डोज लगवाने वालों के लिए रखा गया है रिजर्व। स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों पर आज खुशहाल परिवार दिवस भी।

आगरा में आज स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों पर वैक्‍सीन की दूसरी डोज लगाई जा रही है।

आगरा, कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवा चुके हैं और दूसरी डोज नहीं लगी है तो आज लगवा सकते हैं। शहर और देहात के 56 केंद्रों पर शनिवार को केवल वैक्सीन की दूसरी डोज ही लगाई जाएगी।

कोविशील्ड की दूसरी डोज 84 दिन और कोवाक्सीन की दूसरी डोज 28 दिन बाद लगाई जा रही है। इसके चलते दूसरी डोज कम लोगों को लगी है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा एसके वर्मन ने बताया कि 56 केंद्रों पर कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जाएगी। पहली डोज नहीं लगेगी। केंद्र पर ही पंजीकरण किया जाएगा।

ढाई लाख लोगों को ही लगी दूसरी डोज

जिले में 18 से अधिक उम्र के 31. 20 लोग हैं, इन्हें कोरोना वैक्सीन लगाई जानी है। 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। पहले स्वास्थ्यकर्मियों, इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर, 60 से अधिक उम्र के लोग और मरीजों को वैक्सीन लगाई गई। अब 18 से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा एसके वर्मन ने बताया कि 18 से अधिक उम्र के 31. 20 लाख लोग हैं। इसमें से 14 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। ताजनगरी में 18 से अधिक उम्र के 31. 20 लोग हैं, इन्हें कोरोना वैक्सीन लगाई जानी है। मगर, अभी तक 14 लाख से अधिक लोगों को ही वैक्सीन लगी है। इसमें भी वैक्सीन की दोनों डोज 250004 लोगों को लग सकी है।

आज मनाया जाएगा खुशहाल परिवार दिवस

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लोगों में परिवार नियोजन संबंधी जागरूकता लाने के साथ ही परिवार नियोजन के साधनों के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं आमजन में उनकी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए जनपद के सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस मनाया जाएगा। सीएमओ ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में भी परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में परिवार नियोजन सेवाओं की समुदाय स्तर पर स्वीकार्यता को बढ़ाना बहुत जरूरी है। इस पहल के तहत लक्षित समूह के परिवार नियोजन के साधन अपनाने पर खास ध्यान दिया जाएगा। इन लक्षित समूह में नव विवाहित दम्पति और वह योग्य दम्पति जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं वो सभी शामिल हैं।

Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.