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Punjab Congress पंजाब कांग्रेस में एक बार फिर घमासान शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजाेत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली और डा. प्यारेलाल गर्ग को कड़ी चेतावनी दी है। कैप्टन ने दोनों काे उनकी विवादित टिप्पणियों के लिए चेताया है।
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की फाइल फोटो।
चंडीगढ़ । पंजाब कांग्रेस में घमासान एक बार फिर तेज होने की संभावना हैै। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के आक्रामक तेवर और उनके दो सलाहकाराें मालविंदर सिंह और डा. प्यारेलाल गर्ग की विवादित टिप्पणियों के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कड़ा रुख दिखाया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इन टिप्पणियों पर कड़ी चेतावनी दी है। कैप्टन ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों से देश विरोधी और समाज में शांति के लिए खतरनाक है। इसे कतई सहन नहीं किया जा सकता है।
बता दें कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने पिछले तीन-चार दिनों में इंटरनेट मीडिया पर एक के बाद एक दो विवादित पोस्ट डाले हैं। दोनों ही बेहद विवादित पोस्टों और टिप्पणियों से पंजाब की सियासत में हंगामा हो गया है। विरोधर दलों के साथ कांग्रेस के नेता भी मालविंदर सिंह माली की टिप्पणियों से गुस्से में हैं।
सबसे दिलचस्प मामला यह है कि इस पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू मौन हैं। शिरोमणि अकाली दल और भाजपा ने माली के बयानों को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू पर भी निशाना साधा है। विरोधी दलों ने सिद्धू से इस प्रकरण में जवाब मांगा है, लेकिन वह खामोश हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस के सलाहकार नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार द्वारा कश्मीर और पाकिस्तान जैसे राष्ट्रीय मुद्दों पर दिए गए बयानों को घटिया और बीमार मानसिकता वाला बताया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों देश की शांति और स्थिरता के लिए खतरनाक हैं।
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने कश्मीर को लेकर विवादित पोस्ट किया था। उन्होंने कहा था कि कश्मीर अलग देश है और इस पर भारत व पाकिस्तान ने अवैध कब्जा कर रखा है। इसके बाद शिअद के प्रधान सुखबीर सिंह बादल और भाजपा नेताओं ने मालविंदर के बयान को देश विरोधी करार देते हुए उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की मांग की थी। शिअद और भाजपा ने इस संबंध में नवजोत सिंह सिद्धू से भी जवाब मांगा था , लेकिन वह खामोश ही रहे
इसके बाद मालविंदर सिंह माली ने एक पत्रिका में छपे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की एक पुरानी पत्रिका के कार्टून को फेसबुक पेज पर शेयर कर दिया। यह 1984 के दंगों को लेकर इंदिरा गांधी का विवादित कार्टून है और इस पर गंभीर टिप्पणी भी की गई है। इससे पंजाब कांग्रेस के नेताओं में बेचैनी है।
कैप्टन ने कहा- प्रदेश प्रधान को सलाह दें, संदवेदनशील मुद्दों पर न
कैप्टन ने सिद्धू को भी अपने सलाहकारों को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान को सलाह देने तक सीमित रखने और उन मसलों पर न बोलने देन के लिए कहा जिन संबंधी उनको या तो थोड़ा-बहुत पता है या फिर बिल्कुल ही कोई जानकारी नहीं है और उनको अपनी टिप्पणियों के निकलने वाले अर्थों की भी समझ नहीं है।
मुख्यमंत्री ने डॉ. प्यारे लाल गर्ग द्वारा पाकिस्तान की निंदा करने पर उनको (कैप्टन) किए गए सवाल और इससे पहले कश्मीर संबंधी मालविंदर सिंह माली की विवादास्पद बयानबाज़ी को अत्यंत गंभीर बताया। दोनों को सिद्धू ने हाल ही में अपना सलाहकार नियुक्त किया है।
कैप्टन ने माली और गर्ग के आश्चर्य भरे बयानों पर हैरानी जाहिर करते हुए कहा कि यह बयान पाकिस्तान और कश्मीर संबंधी भारत और कांग्रेस पार्टी की नीति के बिल्कुल उलट हैं। उन्होंने सिद्धू को अपने सलाहकारों द्वारा भारत के हितों को और नुकसान पहुंचाने से पहले उन पर लगाम लगाने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने ज़ोर देकर कहा कि कश्मीर भारत का अटूट अंग था, है और हमेशा रहेगा। उन्होंने कहा कि मालविंदर माली ने पाकिस्तान की हां में हां मिलाने वाला बयान दिया है, जोकि पूरी तरह देश विरोधी है। उन्होंने माली की कड़ी निंदा की। कैप्टन ने कहा कि न सिर्फ अन्य पार्टियां बल्कि कांग्रेस द्वारा भी व्यापक रूप में निंदा किए जाने के बावजूद माली ने अपना बयान वापस नहीं लिया।
गर्ग द्वारा उनकी (कैप्टन) पाकिस्तान की आलोचना वाली टिप्पणी को पंजाब के हित में न बताए जाने वाले बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू के सलाहकार ज़मीनी हकीकत से बहुत दूर हैं। उन्होंने कहा कि यह सत्य न सिर्फ हर पंजाबी बल्कि हर भारतीय जानता है कि पाकिस्तान हमारे लिए हमेशा ख़तरा रहा है। हर रोज़ वह हमारे राज्य और देश में उथल-पुथल या अस्थिरता फैलाने के लिए ड्रोन के द्वारा हथियार और नशे भेजने जैसी भद्दी कोशिशें करता रहता है। मुख्यमंत्री ने गर्ग की टिप्पणी को तर्कहीन और ना-वाजिब करार देते हुए कहा कि सैनिक सरहदों पर पाकिस्तान की समर्थन वाली ताकतों के हाथों जान गंवा रहे हैं।
कैप्टन ने कहा कि गर्ग राजनीति से प्रेरित भडक़ाऊ और गैर-जि़म्मेदाराना बयान खुलेआम दे रहे हैं। उन्होंने पंजाबियों के बलिदान को हलके में न लेने की अपील करते हुए कहा, ‘गर्ग शायद भूल गए हैं कि 80 और 90 के दशक में पाकिस्तान की सहायता प्राप्त आतंकवादियों के हाथों हज़ारों पंजाबियों को अपनी जान गंवानी पड़ीं, परंतु न तो मैं भूला और न ही पंजाब के लोग भूले हैं।’