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RGA न्यूज़
कमिश्नर संजय गोयल ने कहा कि पिछले कुछ दशकों मेें हरियाली कम हुई है। अब ग्रामीणों के सहयोग से खाली पड़ी सरकारी भूमि पर पौधे लगवाकर हरियाली लाई जाएगी। इससे वातावरण स्वच्छ होगा और फल भी मिलेंगे। इसकी तैयारी की जा रही है।
गांवों में जल्द ही फलदार वृक्ष के पौधे लगाए जाएंगे। इसकी देखभार ग्रामीण करेंगे।
प्रयागराज, आधुनिकीकरण के नाम पर बगीचे उजाड़े जा रहे हैं तो पेड़ विकास की भेंट चढ़ रहे हैं। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण को कैसे बढ़ावा मिल सकता है, यह यक्ष प्रश्न है। हालांकि प्रयागराज में हरियाली बनी रहे, इसके लिए पहल की जा रही है। यह पहल की है कमिश्नर संजय गोयल ने। उनकी योजना गांव-गांव स्मृति उपवन लगवाने की योजना है। इसके लिए अब तक 32 सरकारी स्थल चिह्नित किए जा चुके हैं। इन जगहों पर जल्द ही फलदार वृक्ष के पौधे लगाए जाएंगे और ग्रामीणों की देखरेख में इसे संवारा जाएगा। उपवन का नाम ग्रामीणों की सहमति से गांव के किसी मानिंद व्यक्ति की स्मृति में रखा जाएगा ताकि लगाव भी रहे और कोई कब्जा भी न सके।
निजी स्तर पर बगीचे तैयार करने को पौधे भी
कुछ दशकों से बगीचे खत्म करके कहीं आबादी बसी तो कहीं खेती होने लगी। सड़कों के चौड़ीकरण या नई सड़कों के निर्माण में कई पेड़ काटे गए। हर साल नए पौधे लगाने और उसको बचाने का संकल्प भी लिया जा रहा है लेकिन उसका ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है। निजी स्तर पर लोगों को बगीचे तैयार करने के लिए पौधे भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। अब कमिश्नर ने गांव-गांव स्मृति उपवन तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
वन विभाग की टीम करेगी निगरानी
कमिश्नर संजय गोयल ने बताया कि गांवों में सरकारी भूमि खाली पड़ी है। तमाम जगह लोगों ने कब्जा कर लिया है। वहां मनरेगा के तहत फलदार वृक्ष के पौधे लगवाए जाएंगे। इसकी देखरेख के लिए मनरेगा के तहत के लोग ही तैनात किए जाएंगे। इस तरह गांव-गांव छोटे-छोटे वन तैयार हो जाएंगे। इनकी नियमित निगरानी वन विभाग की टीम करेगी।
कमिश्नर ने कहा- ग्रामीणों के सहयोग से हरियाली आएगी हरियाली
कमिश्नर बाेले कि पिछले कुछ दशकों मेें हरियाली कम हुई है। अब ग्रामीणों के सहयोग से खाली पड़ी सरकारी भूमि पर पौधे लगवाकर हरियाली लाई जाएगी। इससे वातावरण स्वच्छ होगा और फल भी मिलेंगे।