बरेली के भाजपा सांसद और विधायक अंतिम यात्रा में हुए शामिल, सांसद बाेले- कितनी रैलियां, सभाओं की छोड़ गए यादें

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RGA न्यूज़

 दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदूवादी नेता कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए बरेली से भारतीय जनता पार्टी के सांसद विधायक और संगठन पदाधिकारी अलीगढ़ में मौजूद रहे। शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधवाया

बरेली के भाजपा सांसद और विधायक अंतिम यात्रा में हुए शामिल

बरेली, दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदूवादी नेता कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए बरेली से भारतीय जनता पार्टी के सांसद, विधायक और संगठन पदाधिकारी अलीगढ़ में मौजूद रहे। शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधवाया। अब नरौरा घाट पर सभी नेता अंतेष्टी में शामिल होंगे।

सांसद मंत्री संतोष गंगवार, शहर विधायक डा. अरुण कुमार, बहेड़ी विधायक छत्रपाल गंगवार, बिथरीचैनपुर विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल, आंवला विधायक धर्मपाल सिंह, मीरगंज विधायक डीसी वर्मा, भाजपा नेता गुलशन आनंद और संगठन पदाधिकारी अलीगढ़ के होलकर स्टेडियम में अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत सभी भाजपा नेता अलीगढ़ में मौजूद हैं। बरेली से अलीगढ़ पहुंचे भाजपा नेताओं ने शोक संतप्त परिवार को ढांढस भी बंधवाया।

अलीगढ़ स्टेडियम से पैतृक गांव मढौली ले जाया जाएगा शव 

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर हेलीकाप्टर से अलीगढ़ स्टेडियम पहुंचाया गया है। अलीगढ़ में शहर के लोग अंतिम दर्शन कर सकेंगे। उसके बाद सड़क मार्ग से पार्थिव शरीर अतरौली के रास्ते उनके पैतृक गांव मढ़ौली ले जाया जाएगा। सोमवार को बुलंदशहर जिले के कस्बा नरौरा स्थित गंगा किनारे घाट कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाना है। अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत बरेली के सांसद, विधायक शामिल रहेंगे।

पूर्व सिंचाई मंत्री बोले - अंतिम दर्शन करके मन भारी है... 

आंवला विधायक और पूर्व सिंचाई मंत्री धर्मपाल ने कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन करने के बाद दैनिक जागरण को बताया, मैं 13 जुलाई को अंतिम बार उनसे मिलने अस्पताल पहुंचा था। सीएमओ लखनऊ ने कहा कि उनकी गले में पड़ी नली निकाली जा रही है। हालत में सुधार है। लेकिन जब मैंने उन्हें देखा तो डॉक्टर उनकी नब्ज ही टटोल रहे थे। 13 जुलाई से ही उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। मैं उनसे बात नहीं कर सका। इसका दुख है। उन्होंने बताया कि सर्वसमाज और खासकर पिछड़ावर्ग की आवाज अब नहीं रही। ये दुखद है। पहली बार भाजपा से विधायक 1996 में बना। राजभवन में पहली बार मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से भेंट हुई। उनके पहले शब्द थे कि पार्टी के साथ कभी धोखा मत करना। कार्यकर्ताओं का ख्याल रखना।

होलकर स्टेडियम में उनके अंतिम दर्शन किए। आंवला नगर पालिका चेयरमैन संजीव सक्सेना के साथ एटा, बदायूं, कासगंज के लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे थे।

सांसद संतोष गंगवार : कितनी रैलियां, सभाओं की यादें अपने पीछे छोड़ गए

कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए बरेली से रवाना हुए सांसद संतोष गंगवार ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान जनसभाओं और रैलियों के दौरान के अनेक संस्मरण जेहन में है। दुख इतना है कि आज शब्द नहीं है। वह ओजस्वी नेता थे। राममंदिर आंदोलन में उनकी भूमिका को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उनका सम्मान सिर्फ एक राजनीतिक शख्सियत की वजह से नहीं था। लोग हृदय से उन्हें मानते थे। लखनऊ और अलीगढ़ की सड़कों पर स्वेच्छा से उतरे लोग इसके गवाह है

बिथरी विधायक : हिंदुवादी, पिछड़ा समाज की बुलंद आवाज अब नहीं रही

बिथरीचैनपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने बताया कि वह नरौरा घाट पर अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। कल्याण सिंह की छवि सिर्फ हिंदुवादी नेता की नहीं थी। वह पिछड़ा समाज की आवाज उठाने वाले सशक्त नेता रहे। यह संपूर्ण राष्ट्र की क्षति है। इस दुख से उभर पाना मुश्किल होगा।

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