विधानसभा चुनाव-2022 में तकनीक का होगा खूब इस्तेमाल, दिव्‍यांग और बुजुर्ग करेंगे घर बैठे मतदान

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RGA न्यूज़

आगरा में 65 अफसरों को दी गई ट्रेनिंग अफसरों ने चुनाव के दौरान गिनाई समस्याएं। वोटर लिस्ट के सत्यापन का जल्द शुरू होगा अभियान मतदान फीसद बढ़ाने पर भी होगा जोर। सी-विजिल साफ्टवेयर की मदद से घर बैठे शिकायत की जा सकेगी।

इस बार विधानसभा चुनाव में कई नई तकनीकें देखने को मिलेंगी।

आगरा, विधानसभा चुनाव-2022 में तकनीक का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाएगा। दिव्यांग और 80 साल की उम्र से अधिक के वोटर घर बैठे अपने मतदाधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। बूथ लेवल अफसर इनके घर जाएंगे और मतदान में मदद करेंगे। वहीं वोटर लिस्ट का जल्द सत्यापन शुरू होगा। मतदान फीसद को बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग विशेष जागरुकता अभियान चलाएगा और विभिन्न कार्यक्रम होंगे। वहीं ट्रेनिंग के दौरान 65 अफसरों ने स्टाफ की कमी सहित अन्य समस्याएं साझा कीं।

फतेहाबाद रोड स्थित एक होटल में विधानसभा चुनाव-2022 को लेकर चार दिवसीय ट्रेनिंग आयोजित की गई थी। इसमें आगरा, अलीगढ़, बरेली, मेरठ, सहारनपुर मंडलों के निर्वाचन अधिकारी शामिल हुए। ट्रेनिंग के समापन के मौके पर उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप कुमार जैन ने कहा कि विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराया जाएगा। वोटरों को शिकायतों के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। सी-विजिल साफ्टवेयर की मदद से घर बैठे शिकायत की जा सकेगी। चुनाव में उपरोक्त में कोई नहीं का विकल्प मिलेगा। वहीं वोटर लिस्ट के सत्यापन का विशेष अभियान शुरू होगा। मृतक वोटरों का नाम सूची से हटाया जाएगा। 18 साल की उम्र पूरी कर चुके युवाओं के नाम लिस्ट में जुड़ेंगे। ट्रेनिंग में अफसरों ने नायब तहसीलदार और कानूनगो पद रिक्त होने की समस्या साझा की। उप जिला निर्वाचन अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि कोविड संक्रमण के चलते आगामी विधानसभा चुनाव में चार से पांच स्थलों से पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी। अब एक बूथ पर 1200 वोटर होंगे। उधर, एनआइसी में सी-विजिल साफ्टवेयर की टेस्टिंग की गई। यह सुबह दस से तीसरे पहर तीन बजे तक चली। शिकायतों का निस्तारण ठीक तरीके से किया गया।

सी विजिल का भी होगा प्रयोग

विधानसभा चुनाव-2022 में वोटरों को एक और सुविधा मिलने जा रही है। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत हो या फिर अन्य काेई। घर बैठे आनलाइन शिकायत कर सकेंगे। इसके लिए सी-विजिल साफ्टवेयर विकसित किया गया है। कलक्ट्रेट स्थित एनआइसी में शुक्रवार दोपहर पहली बार साफ्टवेयर की टेस्टिंग होगी। प्रशासनिक अफसरों द्वारा डमी शिकायतें की जाएंगी और फिर इनकी जांच होगी। शिकायत के एक घंटे के भीतर संबंधित अफसर को जांच कर रिपोर्ट देनी होगी। इससे अधिक समय लगने पर शिकायत डिफाल्टर हो जाएगी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि सी-विजिल साफ्टवेयर जिला कंट्रोल रूम से जुड़ेगा। 

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