

RGA न्यूज़
कोरोना संक्रमण के बीच ही नौनिहालों के स्कूलों को खोल दिया गया। एक सितंबर से कक्षा पांच तक के विद्यार्थी भी स्कूलों में आने लगे। अब शासन स्तर पर बैठे अधिकारियों के द्वारा स्कूलों की हकीकत पता कराई जा रही है।
कोरोना संक्रमण के बीच ही नौनिहालों के स्कूलों को खोल दिया गया।
हाथरस, कोरोना संक्रमण के बीच ही नौनिहालों के स्कूलों को खोल दिया गया। एक सितंबर से कक्षा पांच तक के विद्यार्थी भी स्कूलों में आने लगे। अब शासन स्तर पर बैठे अधिकारियों के द्वारा स्कूलों की हकीकत पता कराई जा रही है। कि स्कूलों में कोविड नियमों का पालन हो रहा है या नहीं। इसके लिए शासन ने डायट प्राचार्य को जिम्मेदारी सौंपी। पिछले दो दिन तक टीमों ने विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर हकीकत देखी। अब डायट प्राचार्य के द्वारा पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।
कोविड के नियमों का पालन जरूर
पिछले करीब डेढ़ साल से सरकारी स्कूलों के अलावा निजी विद्यालयों में कक्षा पांच तक के विद्यार्थियों को नहीं बुलाया जा रहा था। लेकिन एक सितंबर से कोविड नियमों का पालन कराते हुए विद्यालयों का संचालन शुरू करा दिया गया। शासन ने डायट प्राचार्य डा. ऋचा गुप्ता को विद्यालयों की हकीकत परखने के लिए नामित किया। गुरुवार और शुक्रवार को डायट प्राचार्य की टीम ने कुल दस विद्यालयों का औचक निरीक्षण करके वहां शिक्षकों की उपस्थिति, एमडीएम व्यवस्था, कायाकल्य योजना का क्रियान्वयन, छात्र उपस्थिति व नामांकन को बरीकी से देखा गया। विद्यालयों के अलावा कस्तूरबा विद्यालय सहपऊ व ब्लाक संसाधन केंद्र सहपऊ का भी औचक निरीक्षण टीम के द्वारा किया गया। डायट प्राचार्य का कहना है कि विद्यालयों व बीआरसी के निरीक्षण की रिपोर्ट शनिवार शाम तक शासन को भेज दी जाएगी
जिला स्तरीय अधिकारियों ने भी किए निरीक्षण
कोरोना संक्रमण में बेसिक स्कूलों के खुलने के बाद जिलाधिकारी ने हकीकत जानने के लिए शुक्रवार को औचक निरीक्षण जिला स्तरीय अधिकारियों से कराए। 32 जिला स्तरीय अधिकरियों को औचक निरीक्षण में 31 शिक्षक व शिक्षिकाएं गैरहाजिर मिले। जिलाधिकारी ने एक दिन का वेतन गैरहाजिर मिले शिक्षकों का काटने के निर्देश बीएसए को दिए हैं। 32 जिला स्तरीय अधिकारियों को दो-दो न्याय पंचायत आवंटित कर पांच-पांच विद्यालयों का औचक निरीक्षण करने की जिम्मेदारी मिली थी।