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बिहार के सीतामढ़ी का रहने वाला है आरोपित साहिल हाशमी। लोहामंडी के सर्राफ से खाते में जमा करा लिए थे 10.25 लाख रुपये। जिन खातों में रकम जमा कराई थी वे दिल्ली के निकले। इसके बाद खुलती गई एक के बाद एक कड़ी।
आइटीसी कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले पकड़े गए हैं।
आगरा, सर्राफ को आइटीसी कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर 10.25 लाख रुपये की ठगी करने वाले साइबर शातिर को रेंज साइबर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बिहार के सीतामढ़ी जिले का रहने वाला आरोपित साहिल हाशमी अपने साथी राजन निवासी पटना के साथ मिलकर ठगी करता था।
रेंज साइबर थाने के इंस्पेक्टर विनोद कुमार पांडेय ने बताया सर्राफ शिवम शर्मा निवासी साहित्य कुंज लोहामंडी ठगी के शिकार हुए थे। उनके पास कुछ महीने पूर्व एक फोन आया। शातिर ने उन्हें आइटीसी कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने की कहा। शिवम से फर्जी वेब फार्म भरवाने के बाद 10.25 लाख रुपये खाते में जमा करा लिया। फ्रेंचाइजी नहीं मिलने पर उन्होंने रेंज साइबर थाने में शिकायत की। जिन खातों में रकम की गई थी, उसकी जांच की तो वह दिल्ली के निकले। पुलिस खाता धारकों तक पहुंच गई।
उनसे पूछताछ करने पर पता चला कि बिहार के रहने वाले साहिल और राजन ने अपनी कंपनी एंजल इवेंट में खाते खुलवाए थे। उन्हें नौकरी का आश्वासन दिया था। रेंज साइबर थाने ने आरोपित साहिल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि बेरोजगारों को नौकरी देने का आश्वासन देता। कंपनी की ओर से उनका बैंक खाता खुलवाने के नाम पर दस्तावेज ले लेता था। खाता खोलते समय साहिल और राजन अपना मोबाइल नंबर दर्ज कराते थे।
इसके बाद इंटरनेट मोबाइल बैंकिंग शुरू करा खाता धारकों की पासबुक व एटीएम कार्ड ले लेते थे। साहिल ने बताया कि गिरोह में उसके व राजन के अलावा पांच और साथी हैं। वह लोगों को आइटीसी कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर शिकार बना खातों में रकम जमा कराते हैं। जिसे तत्काल निकाल लेते हैं। इसके साथ ही वह इन खातों को दूसरे साइबर गैंग को बेच देते थे। इंस्पेक्टर ने बताया राजन समेत अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है
ये हुआ बरामद
पुलिस ने साहिल से चार आधार कार्ड, एक मोबाइल, तीन पेन कार्ड, तीन सिम, दो मतदाता परिचय पत्र, बैंक पासबुक, 40,300 रुपये, बैंक खाते में फ्रीज कराए गए साढ़े पांच लाख रुपये व अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।