आगरा में लूट के आरोपित निलंबित वाणिज्यकर अधिकारी ने मेरठ कोर्ट में किया समर्पण

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Rganews

मथुरा के कारोबारी से लूट के मामले में फरार चल रहे अफसर पर 50 हजार रुपये का था इनाम कुर्की पूर्व की कार्रवाई कर चुकी थी पुलिस। एक निलंबित असिस्टेंट कमिश्नर को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है पुलिस

लूट के मामले में फरार चल रहे वाणिज्‍य कर अफसर अब कानून की गिरफ्त में आ चुके हैं।

आगरा,। मथुरा के चांदी कारोबारी से 43 लाख रुपये की लूट में फरार चल रहे निलंबित वाणिज्यकर अधिकारी शैलेंद्र कुमार की गिरफ्तारी को पुलिस दबिश दे रही थी। उन्होंने शुक्रवार को मेरठ एंटी करप्शन कोर्ट में समर्पण कर दिया। एंटी करप्शन कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में लेने के बाद जेल भेज दिया।

मथुरा के गोविंद नगर निवासी चांदी कारोबारी प्रदीप अग्रवाल ने 30 अप्रैल को 43 लाख रुपये लूट का आरोप लगाया था। 12 मई को उनकी तहरीर पर लोहामंडी थाने में अमानत में खयानत की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ। विभागीय जांच में असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार, वाणिज्यकर अधिकारी शैलेंद्र कुमार, सिपाही संजीव और चालक दिनेश कुमार को दोषी पाया गया। इसके बाद अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। लोहामंडी थाने में दर्ज मुकदमे में इन्हें नामजद कर लिया गया। साथ ही मुकदमे में लूट और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा भी बढ़ा ली गई। एसएसपी ने मुकदमे की विवेचना सीओ सदर राजीव कुमार को दे दी। सिपाही संजीव कुमार और चालक दिनेश कुमार को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। निलंबित असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार और वाणिज्यकर अधिकारी शैलेंद्र कुमार पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया था। दोनों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर कुर्की पूर्व की कार्रवाई भी की जा चुकी है। बुधवार को पुलिस ने अजय कुमार को गिरफ्तार कर एंटी करप्शन कोर्ट मेरठ में पेश किया। कोर्ट के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया गया। शैलेंद्र मूल रूप से चंदौली के रहने वाले हैं। आगरा में वे अपर्णा प्रेम अपार्टमेंट में रहते थे। दोनों स्थानों पर पुलिस ने कुर्की पूर्व के नोटिस चस्पा कर दिए थे। शुक्रवार को 50 हजार के इनामी शैलेंद्र कुमार ने एंटी करप्शन कोर्ट में समर्पण कर दिया। कोर्ट के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया गया। इंस्पेक्टर लोहामंडी सुनील कुमार ने इसकी पुष्टि की है।

43 लाख में से एक लाख हुए बरामद

चांदी कारोबारी से लूट के मामले में सभी आरोपित जेल जा चुके हैं। मगर, अभी तक पुलिस केवल अजय कुमार से एक लाख रुपये बरामद कर सकी है। अन्य किसी आरोपित से कोई रकम बरामद नहीं हुई है। अब पुलिस रकम कैसे बरामद करेगी। पुलिस इसके लिए शैलेंद्र कुमार को रिमांड पर ले सकती है।

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