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RGA न्यूज़
बदायूं में मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना के लाभार्थियों के साथ जिले में चल रही बड़ी धोखाधड़ी अब खुल कर सामने आ चुकी है। इस पूरे रैकेट में विभागीय बाबुओं और एक बड़े अधिकारी के स्टेनो का नाम सामने आ रहा है।
कृषक दुर्घटना बीमा घोटाले से पर्दा उठाएगी एसआईटी, एसएसपी ने गठित की सात सदस्यीय टीम
बरेली, बदायूं में मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना के लाभार्थियों के साथ जिले में चल रही बड़ी धोखाधड़ी अब खुल कर सामने आ चुकी है। इस पूरे रैकेट में विभागीय बाबुओं और एक बड़े अधिकारी के स्टेनो का नाम भी सामने आ रहा है। एसएसपी संकल्प शर्मा ने इसकी गहनता से जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) गठित की है। अब पर्दे के पीछे घोटाले की मुख्य भूमिका निभाने वाले भी सामने आएंगे।
25 अक्टूबर 2020 को ब्लाक सलारपुर क्षेत्र के गांव कुनार निवासी सचिन, आजाद, योगेंद्र व देव सेना में तैयारी के लिए दौड़ लगाने गए थे। इस दौरान बदायूं मुरादाबाद हाइवे पर तेज रफ्तार वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद चारों मृतक के स्वजन ने मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना के लिए आवेदन किया था। चारों की फाइल तहसील से तैयार कराई गई। इसमें अधिवक्ता महेश कुमार सिंह चारों मृतक के स्वजन के वकील था। इसके बाद कोरोना संक्रमण आ गया और मृतक के स्वजन ने कोई पैरवी नहीं की।
संक्रमण खत्म होने के बाद जब मृतकों के स्वजन ने जानकारी ली तो पता चला कि चारों मृतकों के पांच पांच लाख रुपये उनके खाते में डाले जा चुके हैं। यह जानकारी मृतकों के स्वजन काे एक बड़े अधिकारी के स्टेनो ने दी थी। जब स्वजन बैंक पहुंचे तो उनके खाते में रकम नहीं थी। इस पर सभी ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी। जिलाधिकारी ने समिति बनाकर मामले की जांच कराई, जिसमें सामने आया कि चारों मृतकों की धनराशि का गबन किया गया है।
इस पर तहसीलदार रनवीर सिंह ने अधिवक्ता महेश कुमार सिंह व उनके तीन स्वजन के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। रविवार के अधिवक्ता महेश कुमार सिंह को जेल भेज दिया गया। अधिवक्ता ने पूछताछ में एक बड़े अधिकारी के स्टेनो समेत अन्य बाबुओं के शामिल होने की जानकारी दी थी। इसके बाद बिसौली और बिल्सी से भी कृषक दुर्घटना बीमा में घोटाले के मामले सामने आए। लगातार मामले सामने आने के बाद एसएसपी संकल्प शर्मा ने एसआइटी गठित की है।
एक माह में तलब की रिपोर्ट
एसएसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि एसआइटी में सीओ उझानी गजेंद्र सिंह श्रोत्रिय को इंचार्ज बनाया गया है। इसके अलावा टीम में दो इंस्पेक्टर, चार दारोगा व दो हेड कांस्टेबल को शामिल किया गया है। बताया कि एसआइटी से एक माह में पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने काे कहा है।