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संक्रामक रोग एक से दूसरे में भी फैल रहा है। इससे बचने की कोशिशें नाकाम हो रही हैं लेकिन सावधानी बरती जाए तो सुरक्षित रहा भी जा सकता है। तरीका बहुत आसान है। ठंडे पानी और मच्छरों से बचाव करें। मौसम बदल रहा है इसे देखते हुए ही कपड़े पहनें।
वायरल बुखार से आजकल घर-घर लोग बीमार हैं। संक्रामक रोग एक से दूसरे में फैल रहा है
प्रयागराज, वायरल बुखार से आजकल घर-घर लोग बीमार हैं। संक्रामक रोग एक से दूसरे में भी फैल रहा है। इससे बचने की कोशिशें नाकाम हो रही हैं लेकिन सावधानी बरती जाए तो सुरक्षित रहा भी जा सकता है। तरीका बहुत आसान है। ठंडे पानी और मच्छरों से बचाव करें। मौसम बदल रहा है इसे देखते हुए ही कपड़े पहनें। आजकल डेंगू, टाइफाइड ज्यादा हो रहा है। रविवार को दैनिक जागरण के कार्यक्रम हेलो डाक्टर में फिजीशियन डा. संतोष कुमार चौधरी से बुखार और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों ने फोन पर बात करके अपनी तकलीफ को कम करने का तरीका जाना। पेश है लोगों के सवाल और चिकित्सक द्वारा दिए गए जवाब के प्रमुख अंश।
ये हैं सवाल-जवाब
सवाल : कई दिनों से जुखाम है, इसमें आराम तो मिल रहा है लेकिन अब नाक में स्मेल नहीं आ रही है। एसके शर्मा, चौखंडी कीडगंज
जवाब : आप एक बार नाक-कान-गला के विशेषज्ञ डाक्टर को दिखा लीजिए। कोविड टेस्ट भी आपके लिए आवश्यक है।
सवाल : दो दिन से बुखार है। शरीर में कमजोरी ज्यादा है। इस कमजोरी का क्या कारण हो सकता है।
सीमा गुप्ता कल्याणी देवी
जवाब : आप ज्यादा परेशान न हों। आजकल के मौसम में ऐसा तमाम लोगों को हो रहा है। पेरासीटामोल 650 एमजी की दवा लें। कमजोरी दूर करने के लिए ग्लूकोन डी ले लीजिए। फिर भी आराम न मिले तो किसी योग्य डाक्टर के पास जाकर दवा लें।
सवाल : मेरी 16 साल की बेटी को दो दिन से बुखार है। दवा खिलाने से ज्यादा आराम नहीं हो रहा। उसके सिर में दर्द भी लगातार बना है। क्या करें।
सुनीता पांडेय, ममफोर्डगंज
जवाब : उसे पेरासीटामोल और लीवो सिट्रजिन 500 एमजी की टैबलेट दें। अगर छींक आती है तो रुमाल से नाक उस समय ढंकें। इससे घर के दूसरे लोगों को संक्रमण नहीं होने पाएगा। आजकल के मौसम में होने वाली बीमारियां संक्रामक होती हैं। सावधानी जरूरी है।
सवाल : तीन दिन से बुखार है। हल्की ठंड लगती है। दवा ले रहे हैं लेकिन आराम नहीं मिल रहा।
शिवशंकर मिश्रा, रामनगर
जवाब : आप पेरासीटामोल 650 एमजी की गोली दिन में तीन बार लें। एक -दो दिन में आराम न मिले तो मलेरिया और डेंगू की जांच जरूर करा लें।
सवाल : मेरी बेटी 32 साल की है। उसे तीन माह से बुखार आ रहा है। जब तक दवा का असर रहता है बुखार से आराम रहता है इसके बाद फिर दिक्कत बढ़ जाती है।
मालती श्रीवास्तव अल्लापुर
जवाब : उन्हें तीन माह से बुखार आ रहा है तो समस्या कोई गंभीर प्रतीत हो रही है। लेकर स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय आइए। उचित जांच कराकर इलाज शुरू किया जाएगा।
सवाल : घर में किसी को बुखार हो तो क्या पेरासीटामोल देकर ही काम चलाया जा सकता है। और अगर तेज बुखार हो तो क्या करें।
मनीष यादव, तेलियरगंज
जवाब : बुखार आने पर यदि डाक्टर केे पास नहीं ले गए हैं तो पेरासीटामोल की गोली दी जा सकती है। अगर बुखार से बदन तप रहा है तो साधारण ठंडे पानी में कोई सूती कपड़ा गीला करके उससे शरीर पर पट्टी करें। इससे शरीर का बढ़ा हुआ तापमान सामान्य स्थिति में आ जाएगा।
सवाल : दो-तीन दिन से बुखार आ रहा है। अब पानी और खाने का स्वाद भी पता नहीं चल रहा है।
मुकुंद दुबे, सिकंदरा बहरिया
जवाब : आपको किसी फ्लू या इन्फ्लुएंजा के लक्षण लग रहे हैं। किसी योग्य डाक्टर के पास जाकर पूरा हाल बताकर दवा लें। काढ़े का सेवन कर सकते हैं।
सवाल : पिछले रविवार से बुखार आ रहा है। दवा का असर रहने तक ठीक रहता है।
ब्रजेश ओझा, झलवा
जवाब : आप एसआरएन में सोमवार को आकर ओपीडी में दिखाएं। जांच कराने की आवश्यकता हुई तो वहीं पर हो जाएगी। जांच में पता चल जाएगा कि एक सप्ताह से बुखार न उतरने का क्या कारण है।
सवाल : दो दिन से बुखार आ रहा है। डाइबिटीज है। लिवर में कुछ दिक्कत महसूस हो रही है। क्या करें।
वीके शुक्ला, अल्लापुर
जवाब : आप पेरासीटामोल की गोली खाइए। आप बता रहे हैं कि डाइबिटीज भी है तो अस्पताल में किसी डाक्टर को दिखाकर एलएफटी जांच भी करा लीजिए।
सवाल : सर्दी जुखाम और बुखार है। एक सप्ताह से बीमारी ठीक नहीं हो रही है। अब छींक आने लगी है और नाक से पानी भी आता है।
दीपक मिश्रा, मनमोहन पार्क कटरा
जवाब : आप वैसे तो पेरासीटामोल दवा खाइए। आपको स्नोफीलिया की शिकायत लग रही है। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय आकर जांच करा लीजिए।
सवाल : त्वचा में चकक्ते निकल रहे हैं। आलू, चावल या कोई मीठी चीज खा लेते हैं तो चकत्तों में खुजली शुरू हो जाती है।
विजय कुमार वर्मा, कैलाशपुरी
जवाब : आपको पहचान करनी होगी कि किस खाद्य पदार्थ को खाने से खुजली पहले और ज्यादा होती है। उसी चीज से आपको एलर्जी हो सकती है। एक बार जांच जरूर करा लें।
सवाल : पत्नी को वायरल बुखार था। अब ठीक हो गया है लेकिन तबीयत भीतर से भारी-भारी ही लग रही है उन्हें। सभी तरह की जांच करा ली। सब कुछ नार्मल है।
रामशंकर यादव, सुलेमसरांय
जवाब : उन्हें ग्लूकोन डी या इलेक्ट्राल दें। इससे शरीर में ऊर्जा बढ़ेगी। हो सकता है कि इन्हें थाइराइड हो। एसआरएन आकर उसकी भी जांच करा लीजिए।
सवाल : मेरी बेटी को दो सप्ताह से बुखार आ रहा है। कभी-कभी 102 या 103 डिग्री तक बुखार हो जाता है। क्या करें।
सौम्या मालवीय, करेली
जवाब : बेटी को बुखार दो सप्ताह से आ रहा है तो उसकी जांच कराना आवश्यक है। क्योंकि वायरल बुखार की मियाद पांच या अधिकतम छह दिन ही होती है। उसके लेकर एसआरएन आइए।
सवाल : दस दिन पहले हरारत हुई थी। प्लेटलेट 99000 के आसपास थी। बुखार तो अब नार्मल है लेकिन नसों में दर्द बना हुआ है।
शुभम कुमार मिश्रा, सैदाबाद हंडिया
जवाब : आपका हीमोग्लोबिन कम हो सकता है। इसकी सीबीसी जांच करानी होगी। आप एसआरएन आइए, ओपीडी में दिखाकर दवा लीजिए।
ऐसे करें व्यक्तिगत सुरक्षा
-आंख, नाक और मुंह को बार-बार छूने से परहेज करें।
-खाना बनाने या खाने से पहले हाथ को साबुन से धुलें।
-खांसी या छींंक के दौरान हाथ को मुंह-नाक पर लगाएं तो उसके बाद हथेली साफ करें।
-घर में कूड़े कचरे को कमरे या रसोई से दूर रखें।
-वायरल बुखार का समय इै। घर में सभी लोगों का तौलिया अलग रखना जरूरी है।
-अस्पताल में मरीज या घर में किसी बीमार की देखभाल के बाद हाथ धुलें।
-बच्चों को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनाएं
-डेंगू से बचाव के लिए घर में कहीं साफ पानी इकट्ठा न होने दें।
-कूलर की टंकी में आजकल पानी का इस्तेमाल बिलकुल न करें।
ध्यान रखें हथेली साफ करना है
भीड़भाड़ वाले किसी स्थान जैसे अस्पताल, शापिंग माल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा पर सावधानी आवश्यक है। यहां जाएं तो एस्केलेटर की रेलिंग, लिफ्ट में नियंत्रण पैनल , दरवाजा या कुंडी को छूने के बाद ध्यान रखें कि जब समय मिले हथेली को सेनिटाइज कर लें। किसी प्रतिष्ठान में हैं तो वहां काउंटर पर हाथ रखते समय भी ध्यान दें कि बाद में हथेली को साफ करना है।
डेंगू है खतरनाक, बचाव आपके हाथ
आजकल डेंगू जिले भर में फैला है। बुखार होने पर तेज तापमान, तेज सिर दर्द, आंख में पीछे की ओर दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, उल्टी आना इसके लक्षण हैं। शरीर में यह लक्षण दिखें तो सरकारी या निजी पैथालाजी में जाकर डेंगू की जांच जरूर कराएं। इसमें देरी न करें। घर में मच्छरदानी का प्रयोग करें। मच्छर भगाने वाली क्रीम त्वचा पर लगा सकते हैं। घर में कहीं साफ पानी इकट्ठा न होने दें।