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RGA न्यूज़
जिले में डेंगू और मलेरिया के केस लगातार बढ़ रहे हैं। दैनिक जागरण ने शहर के शाहदाना सुर्खा और बानखाना इलाकों में जाकर पड़ताल की तो मालूम चला कि हकीकत में मच्छर और लार्वा मारने के नाम पर बस ‘चूना’ लगाया जा रहा है।
इलाकाई लोगों का कहना बस वीडियो बनाने के लिए नाम मात्र की होती है फागिंग
बरेली, जिले में डेंगू और मलेरिया के केस लगातार बढ़ रहे हैं। डेंगू के मरीज मिलने के बाद आसपास जांच और निरोधात्मक कार्रवाई दावा किया जाता है। दैनिक जागरण ने शहर के शाहदाना, सुर्खा और बानखाना इलाकों में जाकर पड़ताल की तो मालूम चला कि हकीकत में मच्छर और लार्वा मारने के नाम पर बस ‘चूना’ लगाया जा रहा है। इलाकाई लोगों का कहना था कि फागिंग के नाम पर वीडियो बनाकर खानापूरी होती है।
हफ्ते भर में एक या दो बार पड़ता है चूना : निरोधात्मक कार्रवाई के तहत जहां-जहां मच्छर पनपने की संभावना है कि वहां चूने का नियमित छिड़काव किया जाना चाहिए। लेकिन तीनों ही मुहल्लों के लोगों का कहना है कि हफ्ते में एक या कुछ जगह दो बार चूना डाला जाता है। इस तरह नगर निगम की टीम केवल छिड़काव के नाम पर मोटा बजट खर्च दिखाकर सरकारी धन को चूना लगा रही है
फागिंग के नाम पर बस दिखावटी धुआं : डेंगू या मलेरिया के केस मिलने के बाद निरोधात्मक कार्रवाई के तहत मच्छर व लार्वा मारने के लिए फागिंग भी काफी अहम है। लेकिन बानखाना और सुर्खा में लोगों का कहना है कि फागिंग के नाम पर केवल धुआं उड़ाती हुई गाड़ी निकलती है। वो भी कभी-कभी। धुआं भी दिखावटी ही दिखता है क्योंकि फागिंग के बाद भी मच्छर नाली में डेरा जमाए रहते हैं।
गोबर और कचरे से नालियां चोक : शाहदाना हो, बानखाना या फिर सुर्खा सभी मुहल्लों में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा था। गोबर और कचरे से कई जगह नालियां चोक थीं। सड़क किनारे इधर-उधरे गड्ढों में भी हजारों मच्छर पनपते दिखे। जागरण की टीम ने आसपास के लोगों से पूछा तो पता चला कि नगर निगम के अलावा आम लोग भी गंदगी के लिए जिम्मेदार हैं। मुहल्ले में कुछ जगह अवैध रूप से चट्टे हैं। वहीं, कई जगह लोग नगर निगम की गाड़ी गुजरने के बाद खुले में या नालियों में कचरा फेंक देते हैं। इससे गंदगी बढ़ती है।
लोगों ने बताई हकीकतः व्यवसायी राजेंद्र कुमार सक्सेना ने बताया कि नगर निगम की गाड़ी फागिंग के लिए रोज नहीं आती। जिस दिन गाड़ी आती भी है, उस दिन केवल वीडियो बनवाकर ऊपरी धुआं उड़ाकर खानापूरी करते हुए चली जाती है। मनोज जौहरी का कहना है कि पहले की तुलना में पिछले कुछ दिनों से सफाई तो फिर भी काफी हुई है। बावजूद इसके लोग नगर निगम की टीम जाने के बाद खुले में कूड़ा फेंकते हैं, इससे मच्छर पनपते हैं। रेहान ने बताया कि इलाके में तेजी से बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। बावजूद इसके यहां पहुंचने वाले कर्मचारी दो से तीन दिन में चूना डालते हैं। यही नहीं फागिंग तो कई बार हफ्तों तक नहीं होती। इकबाल हुसैन ने बताया कि जिस तेजी से बुखार बढ़ रहा है, उसके बाद स्वास्थ्य विभाग को बड़े स्तर पर जांच अभियान चलवाना चाहिए था। लेकिन अभी तक विभाग की ओर से कोई शुरुआत नहीं हुई है।