ट्रेन स्क्वाड को मोबाइल एप बन रहा मददगार, कई शातिर चढ़े पुलिस के हत्थे 

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RGA न्यूज़

जीआरपी एसओ ने बताया कि गोमती शताब्दी आदि वीआइपी ट्रेन के अलावा एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों के एसी कोच में पिछले कुछ सालों में चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। इसको लेकर अफसरों ने ट्रेनों में सुरक्षा के साथ ही शातिर अपराधियों की धरपकड़ को एक फुलप्रूफ प्लान तैयार किया है।

अफसरों ने ट्रेनों में सुरक्षा के साथ ही शातिर अपराधियों की धरपकड़ को एक फुलप्रूफ प्लान तैयार किया है।

अलीगढ़,सफर के दौरान वीआइपी ट्रेन व एसी कोचों में चोरी की बढ़ रहीं घटनाओं पर अंकुश लगाने को जीआरपी व आरपीएफ ने सुरक्षा के ठोस इंतजाम अब कारगर साबित हो रहे हैं। ट्रेन में सुरक्षा के लिए तैनात स्क्वाड के सिपाहियों के मोबाइल में शातिर अपराधियों का आपराधिक इतिहास क्रिमिनल डाटा के जरिए मिल जाने से कई शातिरों को आसानी से पहचान करने के बाद पकड़ने में सफलता मिली 

एसी कोच की निगरानी

जीआरपी एसओ अरविंद भारद्वाज ने बताया कि गोमती, शताब्दी आदि वीआइपी ट्रेन के अलावा एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों के एसी कोच में पिछले कुछ सालों में चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। इसको लेकर अफसरों ने ट्रेनों में सुरक्षा के साथ ही शातिर अपराधियों की धरपकड़ को एक फुलप्रूफ प्लान तैयार किया है। जिसमें ट्रेनों में चलने वाला जीआरपी व आरपीएफ के स्क्वाड को एसी कोच की खासतौर से निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।

दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर सतर्कता

दिल्ली- हावड़ा रूट पर संचालित ट्रेनों में पिछले कुछ समय में अापराधिक घटनाओं का ग्राफ बढ़ा है। इसको लेकर इस रूट की ट्रेनों में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जिससे होने वाले अपराधों को रोका जा सके।

अपराधियों के डाटा से किया जा रहा मिलान

जीआरपी एसओ के अनुसार डाटा बेस में एनसीआर जोन में पकड़े गए चोर, लुटेरे व अन्य मामलों के अपराधियों का एक डाटा बनाया गया है । जिसमें उनसे जुड़ी हरेक जानकारियां सुरक्षित हैं। इस डाटा को मोबाइल फोन के जरिए ट्रेन में स्क्वाड करने वाले सिपाहियों को दिया गया है। इस डाटा में शातिर अपराधियों का नाम, पता व अपराध का विवरण तो दर्ज है ही उनका फोटो भी सुरक्षित हैं। इसकी मदद से सक्रिय अपराधियों की आसानी से पहचान हो रही है। उन्होंने बताया कि इस नए प्लान व मोबाइल एप की मदद से कई शातिर ट्रेन लुटेरे व चोरों को पकड़ने में सफलता मिली है। इससे ट्रेनों में होने वाली अपराधिक घटनाओं में पिछले कुछ समय से कमी दर्ज हुई है।

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