अलीगढ़ में टीबी उन्मूलन के लिए अब जन आंदोलन, प्रचार प्रसार में जुटा स्‍टाफ

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RGA न्यूज़

क्षय रोग उन्मूलन के लिए जन आंदोलन गतिविधि को सफल बनाने के लिए सीडी अंकित खंडेलवाल ने खुद कमान संभाल ली है। उन्होंने समस्त विभागाध्यक्षों को निर्देशित कर दिया है कि वे जिला क्षय रोग विभाग की गतिविधि में पूरी तन्यमता व गंभीरता से भागीदाीर और यथासंभव सहयोग कर

टीबी यानि क्षय रोग को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार ने जन आंदोलन शुरू कर दिया है।

अलीगढ़, टीबी यानि क्षय रोग को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार ने जन आंदोलन शुरू कर दिया है। यहां आंदोलन से आशय रैली निकालने से नहीं है, बल्कि जन आंदोलन गतिविधि के अंतर्गत क्षय रोग विभाग के अधिकारी सरकारी कार्यालयों में पहुंचकर विभागाध्यक्षों और उनके स्टाफ को टीबी उन्मूलन की शपथ दिला रहे हैं। अपील की जा रही है कि वे विभागीय कार्यक्रमों के दौरान क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में भी लोगों को बताएं। इसके लिए बैनर-पोस्टर व अन्य माध्यम से प्रचार करें।

ससीडीओ ने संभाली कमान

क्षयरोग उन्मूलन के लिए जन आंदोलन गतिविधि को सफल बनाने के लिए सीडीओ अंकित खंडेलवाल ने खुद कमान संभाल ली है। उन्होंने समस्त विभागाध्यक्षों को निर्देशित कर दिया है कि वे जिला क्षय रोग विभाग की गतिविधि में पूरी तन्यमता व गंभीरता से भागीदाीर और यथासंभव सहयोग करें। सीडीओ ने बताया कि टीबी बीमारी जैसे कलंक को हमें अपने देश से पूर्णतया मिटाना होगा, जिसको मिटाने के लिए सभी की भागीदारी बहुत ही आवश्यक है।

बीच में न छोड़ें उपचार

जिला समन्वयक सतेंद्र कुमार ने बताया कि जन आंदोलन गतिविधि के अंतर्गत हमारी टीम प्रत्येक विभाग में जाकर अधिकारियों और कर्मचारियों को क्षय रोग उन्मूलन को लेकर जागरूक कर रही है। साथ ही क्षय रोग को खत्म करने के लिए संकल्प भी दिला रहे हैं। टीबी के मरीजों से भी यह अपील है कि वह अपना इलाज बीच में ना छोड़ें। समाज के लोगों से यह अपील है कि कोई भी हमारे परिवार या आसपास में टीबी संभावित व्यक्ति दिखाई देता है या ऐसा लगता है कि उसको टीबी हो सकती है। तो उसकी जांच अपने किसी भी आसपास के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर कराना चाहिए। टीबी एक कलंक है जिसको जड़ से खत्म करना है। उन्होंने कहा टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।

लक्षण दिखते ही कराएं इलाज

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. अनुपम भास्कर ने बताया कि सात दिन से अधिक की खांसी, अचानक वजन गिरना, पसीना आना, बुखार रहना, थकावट होना, वजन घटना, सांस लेने में परेशानी, खांसी में खून आना जैसे लक्षण दिखे तो तुरंत टीबी की जांच कराएं। सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी की निश्शुल्क जांच और उपचार उपलब्ध हैं। सरकार की ओर से निक्षण पोषण योजना के तहत इलाज की अवधि तक 500 रुपये की राशि भी प्रदान की जा रही है।

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