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चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को पंजाब-हरियाणा हिमाचल और जम्मू कश्मीर का गेटवे माना जाता है। देश के इस फर्स्ट क्लास रेलवे स्टेशन से रोजाना 50 के करीब गाड़ियों की आवाजाही है। बावजूद इसके चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर कहीं भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं दिखते
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के प्रबंध समुचित नहीं दिखते हैं। ज शहर के रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के इंतजाम इतने बदहाल हैं कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। स्थिति यह है कि चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के अलग-अलग प्लेटफार्म पर खुले में पार्सल पड़े रहते हैं। लापरवाही इतनी कि न तो इन पार्सलों की संभाल की जाती है और न ही देखरेख के लिए कोई सुरक्षाकर्मी तैनात रहता है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर चारों तरफ से खुली इंट्री है। ऐसे में कोई भी इन पार्सलों के ढेर में कुछ भी रखकर आसानी से गायब हो सकता है। दूसरी तरफ पार्सल विभाग के अधिकारियों का तर्क है कि उनके पास स्टोर रूम नहीं है, इस कारण उन्हें पार्सल खुले में रखने पड़ते हैं।
कई एंट्री प्वाइंट सीसीटीवी की हद से बाहर
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को पंजाब-हरियाणा, हिमाचल और जम्मू कश्मीर का गेटवे माना जाता है। देश के इस फर्स्ट क्लास रेलवे स्टेशन से रोजाना 50 के करीब गाड़ियों की आवाजाही है। इनमें 10 से हजार से ज्यादा यात्री सफर करते हैं। बावजूद इसके चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर कहीं भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं दिखते हैं। कई जगहों पर एंट्री प्वाइंट हैं जो स्थान सीसीटीवी की हद से बाहर हैं।