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RGAन्यूज़
बहुजन समाज पार्टी से विधायक रहने के बाद सपा में शामिल हुए थे डा. धर्मपाल सिंह। बुधवार को ही दिल्ली में ग्रहण की है भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता। एत्मादपुर से चुनाव लड़ने के कयासों पर वर्तमान भाजपा विधायक रामप्रताप सिंह चौहान के समर्थकों में नारा
रामप्रताप समर्थकों को हजम नहीं हो रहा धर्मपाल का भाजपाई होना, ब्रज क्षेत्र कार्यालय पर हंगामाभाजपा ब्रज क्षेत्र कार्यालय पर हंगामा करते पदाधिकारियों को समझाते डा. रामबाबू हरित।
आगरा,। आगरा की राजनीतिक दुनिया में भूचाल आ गया है। पूर्व विधायक डा. धर्मपाल सिंह के बुधवार को भाजपा की सदस्यता लेने के बाद से भाजपाईयों और विधायक रामप्रताप सिंह चौहान के समर्थकों का आक्रोश थम नहीं रहा है। पहले दिन दर्जनों इस्तीफे के बाद दूसरे दिन गुरुवार को दर्जनों बूथ अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों ने पार्टी कार्यालय पहुंच जमकर नारेबाजी की और अपना इस्तीफ सौंपा। इस दौरान भीड़ में एक पार्टी कार्याकर्ता ने अपी साफी से गला से गला घोंट आत्मदाह का प्रयास किया। इस घटना के बाद कार्यालय पर मौजूद लोगों में खलबली मच गई और उन्होंने पुलिस को बुला लिया
विधायक रामप्रताप सिंह चौहान के समर्थन में बुधवार को भाजपाईयों ने एक घंटे से अधिक जयपुर हाउस स्थित कार्यालय में घेरा डाले रखा था और ब्रजक्षेत्र अध्यक्ष रजनीकांम माहेश्वरी को इस्तीफा सौंपा था। पार्टी इन इस्तीफों पर विचार और स्थित को साधने की कोशिश कर रही थी कि गुरुवार को विधायक के समर्थन और पूर्व विधायक के विरोध में नारेबाजी करते दर्जनों भाजपाई कार्यालय पहुंच गए। इसमें सर्वाधिक बूथ अध्यक्ष हैं। सभी का कहना है कि भाजपा के लोगों पर मुकदमें लिखाने वाले और अत्याचार करने वाले को पार्टी से जोड़ कार्यकर्ताओं का अपमान किया गया है। वहीं पूरी निष्ठा से पार्टी का कार्य कर रहे विधायक की जगह किसी बाहरी पर विचार करना ठीक नहीं है। अगर ऐसा हुआ तो सभी पार्टी छोड़ देंगे। इस दौरान कार्यालय पर मौजूद राज्य एससी आयोग अध्यक्ष डा. रामबाबू हरित, ब्रजक्षेत्र कोषाध्यक्ष वीरेंद्र अग्रवाल ने कार्याकर्ताओं समझाया और शांत करने का प्रयास किया। भीड़ में मौजूद पदाधिकारियों ने अपने इस्तीफे कार्यालय प्रभारी को सौंपे। इस बीच भीड़ से एक कार्यकर्ता ने आत्मदाह करने का ऐलान किया और अपनी साफी गले में कसकर बांधने लगा। मौजूद दूसरे कार्यकर्ताओं ने उसे रोका। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गए और कुछ देर के लिए पार्टी कार्यालय का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया। कार्यकर्ताओं की नारेबाजी के बाद कार्यालय का मुख्यद्वार खोला गया, जिसके बाद सभी कार्यकर्ता अंदर पहुंच गए। अभी गतिरोध जारी है। यहां बता दें बसपा से विधायक रहने के बाद चंद महीनों पहले धर्मपाल सिंह ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली थी।