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RGAन्यूज़
आयुष मंत्री डा. धर्म सिंह सैनी 48 घंटे बाद ही अपने दावों से मुकर गए और भाजपा से इस्तीफा दे दिया। नकुड़ सीट से विधायक सैनी 2017 में चुनाव से ठीक पहले आए थे भाजपा में। सरकारी आवास खाली करने के साथ ही सुरक्षा भी लौटाई।
आयुष मंत्री डा. धर्म सिंह सैनी 48 घंटे बाद ही अपने दावों से मुकर गए।
सहारनपुर। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद चर्चाओं को विराम देने के लिए वीडियो जारी कर भाजपा में ही रहने का दावा करने वाले नकुड़ से विधायक एवं प्रदेश सरकार में आयुष मंत्री डा. धर्म सिंह सैनी 48 घंटे बाद ही अपने दावों से मुकर गए और भाजपा से इस्तीफा दे दिया। हालांकि धर्म सिंह सैनी के भाजपा छोड़ने की अटकलें स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफा देने के बाद से ही लगाई जा रही थीं, इन अटकलों पर गुरुवार को पूर्ण विराम लग गया। वह सपा में शामिल हो सकते
नकुड़ सीट से भाजपा विधायक डा. धर्म सिंह सैनी साल 2017 में हुए चुनाव से ठीक पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भाजपा में शामिल हुए थे और भाजपा ने इन्हें नकुड़ सीट से चुनाव लड़ाया था। चुनाव जीतने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ इन्हें भी योगी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफा देने के बाद से ही धर्म सिंह सैनी के पार्टी छोडऩे की अटकलें लग रही थी। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद जब इंटरनेट मीडिया पर धर्म सिंह सैनी के सपा में जाने की सूचना वायरल होने लगी तो मंगलवार को उन्होंने अपना वीडियो जारी कर स्वामी प्रसाद मौर्य को अपना बड़ा भाई बताते हुए भाजपा में ही रहने का दावा किया था, लेकिन उनके इस दावे का सच 48 घंटे बाद ही गुरुवार सुबह सामने आ गया, जब टीवी चैनलों पर धर्म सिंह सैनी द्वारा अपनी सुरक्षा और सरकारी आवास लौटाने की खबरें आने लगीं। उनके दोनों फोन नंबर भी सुबह से बंद आ रहे थे। शाम होते-होते यह साफ हो गया कि धर्म सिंह सैनी भी इस्तीफा देकर स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ सपा में शामिल हो सकते हैं।
र बार से लगातार विधायक हैं सैनी
विधायक धर्म सिंह सैनी ने राजनीति की शुरुआत सरसावा विधायक निर्भयपाल शर्मा की हत्या के बाद सरसावा सीट पर वर्ष 2000 में हुए उपचुनाव से की। सरसावा सीट पर हुए उपचुनाव में निर्भयपाल शर्मा के पुत्र राघव लखनपाल शर्मा ने बसपा प्रत्याशी के रूप में उपचुनाव लड़े डा. धर्म सिंह सैनी को हराया था। इसके बाद वर्ष 2002, 2007 व 2012 में डा. धर्म सिंह सैनी बसपा से विधायक निर्वाचित हुए। वर्ष 2017 का चुनाव इन्होंने भाजपा के टिकट पर लड़ा और जीतने के बाद मंत्री बनाए गए। इससे पूर्व 2007 में बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री थे
नकुड़ की बदलेगी सियासत
धर्म सिंह सैनी नकुड़ से भाजपा से टिकट लेने की तैयारी में थे, लेकिन भाजपा के परंपरागत वोटर में धर्म सिंह सैनी को लेकर नाराजगी थी। पिछले कई महीनों से धर्म सिंह सैनी मतदाताओं में पैठ बढाने में लगे थे। धर्म सिंह के प्रति नाराजगी की सूचना दिल्ली-लखनऊ में भाजपा संगठन तक पहुंच चुकी थी, पार्टी धर्म सिंह सैनी को किसी अन्य सीट से लड़ाने पर भी विचार कर रही थी। संभवत: इसको लेकर धर्म सिंह सैनी धर्मसंकट में थे। सैनी के इस्तीफे के बाद इस सीट की सियासत बदल सकती है।