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RGAन्यूज़
सर्दी के इस मौसम में दिल का दौरा पड़ने का खतरा गर्मियों के मुकाबले अधिक होता है। इसलिए डाक्टरों का मानना है कि दिल से संबंधी मरीज सीने में हल्का दर्द महसूस करने पर निकट के अस्पताल में जाकर परामर्श जरूर लें। लोग स्मार्ट वाच का भी प्रयोग करें
डाक्टरों का कहना है कि दिल के मरीजों को इस मौसम में अपना खास ख्याल रखना चाहिए।
लखनऊ,]। सर्दी के इस मौसम में दिल का दौरा पड़ने का खतरा गर्मियों के मुकाबले अधिक होता है। इसलिए डाक्टरों का मानना है कि दिल से संबंधी मरीज सीने में हल्का दर्द महसूस करने पर निकट के अस्पताल में जाकर परामर्श जरूर लें। लोग स्मार्ट वाच का भी प्रयोग करें, जो हमारे स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी देता रहता है। डाक्टरों का कहना है कि दिल के मरीजों को इस मौसम में अपना खास ख्याल रखना चाहिए।
केजीएमयू कार्डियोलाजी के डाक्टर अक्षय प्रधान ने बताया कि सर्दियों में दिल के दौरे की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए दिल से संबंधित मरीजों को अपने साथ सारबीट्रेट नाम की दवा रखनी चाहिए। अगर मरीज किसी कारणवश अस्पताल जल्दी नहीं पहुंच पाता है तो वो इस दवा को खा सकता है इससे उस मरीज को आधे घंटे के लिए आराम मिल सकता है। सारबीट्रेट खाने के बाद अगर मरीज सोचता है कि अब वो ठीक है तो ऐसा नहीं है। उसको नजदीक के अस्पताल में परामर्श लेना चाहिए। कुछ लोग दवा खाने के बाद लापरवाही बरतने लगते हैं जिसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता
स्मार्ट वाच है बड़े काम की चीजः डाक्टरों के मुताबिक, एक छोटी सी स्मार्ट वाच हमारे बड़े काम की चीज है। जो हमारे दिल की धड़कन, बीपी और अन्य गतिविधियों के बारे में बताती रहती है। ये वाच हमारे लिए काफी मद्दगार साबित होती है। डाक्टर अक्षय प्रधान ने बताया कि अगर अचानक सीने में दर्द होने के कारण कोई व्यक्ति बेहोश हो जाता है तो स्मार्ट वाच में चल रही दिल की धड़कन बंद हो जाती है इससे हम आसानी से पता लगा सकते हैं कि मरीज किन कारणों से बेहोश हुआ है।
शारीरिक गतिविधियों पर रखें ध्यानः जिला इम्युनाइजेशन के नोडल इंचार्ज ने बताया कि शारीरिक गतिविधि में कमी, मानसिक दबाव, खाने-पीने की खराब आदतें और इस मौसम में होने वाले वायरल इंफेक्शन की वजह से भी दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है। दिल के दौरे की संभावना सबसे ज्यादा सुबह के वक्त होती है, जब तापमान सबसे कम होता है।