अलीगढ़ शहर सीट पर भाजपा ने विधायक संजीव राजा का काटा टिकट, जानें कौन बना प्रत्‍याशी

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RGAन्यूज़

शहर सीट पर आखिरकार भाजपा ने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। भाजपा ने मौजूदा विधायक संजीव राजा का टिकट काट दिया है। विधायक का आपराधिक मुकदमा प्रयागराज हाईकोर्ट में लंबित है। इस कारण शहर विधायक संजीव राजा की पत्नी मुक्ति राजा को प्रत्याशी बनाया है।

शहर विधायक संजीव राजा की पत्नी मुक्ति राजा को प्रत्याशी बनाया है।

अलीगढ़,। शहर सीट पर आखिरकार भाजपा ने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। भाजपा ने मौजूदा विधायक संजीव राजा का टिकट काट दिया है। विधायक का आपराधिक मुकदमा प्रयागराज हाईकोर्ट में लंबित है। इस कारण शहर विधायक संजीव राजा की पत्नी मुक्ति राजा को प्रत्याशी बनाया है। 

टिकट को लेकर चला मंथन

भाजपा की शहर सीट को लेकर अटकलों और कयासों के बादल छाए रहे। टिकट घोषित न होने से दावेदारों में बेचैनी रही वहीं समर्थकों के दिलों की धड़कने भी तेज थीं। दिनभर लोग टिकट को लेकर टकटकी लगाए हुए थे। फोन से एक-दूसरे से भी जानकारी लेते रहे। कई बार तो अफवाह भी उड़ती रहीं। शहर विधायक संजीव राजा ने हाईकोर्ट में सोमवार को अपील की है कि उनके मामले में सुनवाई की जाए। जज राजीव गुप्ता ने सुनवाई के निर्देश दे दिए हैं। संभावना जताई जा रही है कि मंगलवार को मामले में सुनवाई हो सकती है। इससे संजीव राजा को राहत मिल सकती है। उधर, टिकट को लेकर दिल्ली में सोमवार को खूब मंथन चला। इससे सभी की निगाह दिल्ली टिकी रही।

भाजपा की छह सीट हो चुकी हैं घोषित

भाजपा ने शनिवार को छह प्रत्याशियों का टिकट घोषित कर दिया था। सिर्फ शहर सीट की घोषणा नहीं की गई थी। इसी के बाद से सभी की निगाह शहर सीट की ओर टिकीं हुई हैं। बताया जा रहा है कि शहर विधायक संजीव राजा के मामले को लेकर टिकट की घोषणा रुकी हुई है। भाजपा विधायक संजीव राजा ने अर्जेंसी अप्लीकेशन लगाकर हाईकोर्ट से गुहार लगाई। संजीव राजा की तरफ से दिवाकर तिवारी और विमलेंदु त्रिपाठी ने अपील दायर की थी। अपील में कहा गया है कि नकी आपराधिक अपील पर जल्दी सुनवाई कर ली जाए। संजीव राजा का कहना है कि विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है, लेकिन अपील लंबित होने के कारण उनका टिकट फंसा है। संजीव राजा को स्पेशल कोर्ट एमपीएमएलए अलीगढ़ ने पुलिस कांस्टेबल पर हमला करने के मामले में दो साल कारावास की सजा सुनाई है। फिलहाल विधायक इस मामले में जमानत पर हैं। सजा के आदेश को निलंबित करने की हाईकोर्ट से मांग की है। बताया जा रहा है कि मंगलवार को इस मामले में सुनवाई हो सकती है। इससे संजीव राजा को राहत मिलने की उम्मीद है। उधर, सोमवार शाम तक लोगों को विश्वास था की टिकट घोषित हो जाएगा। इसको लेकर पूरे दिन सभी की निगाह टिकीं रहीं। टिकट को लेकर पल-पल की जानकारी लेते रहे। देररात तक लोेग इंतजार करते रहे, मगर टिकट घोषित नहीं किया गया। उधर, नामांकन की अंतिम तिथि 21 जनवरी है। तिथि नजदीक आने के चलते भी सभी की धड़कने तेज हैं। भाजपा के ही अन्य दलाें की भी निगाह शहर सीट पर है। अन्य दलों के प्रत्याशी समीकरण को देखते हुए निगाह लगाए हुए थे।

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