युद्ध संकट: यूक्रेन में पढ़ रहे बच्‍चों के पेरेंट्स को सताने लगा डर, बोले-युद्ध से पहले सुरक्षा की जिम्‍मेदारी लें पीएम मोदी

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RGAन्यूज़

यूरोपीय देश में शामिल यूक्रेन व रूस युद्ध संकट में भारतीय मेडिकल छात्रों की सुरक्षा व एयर लिफ्ट कराने के लिए अलीगढ़ के अभिभावकों ने बुधवार को कमिश्‍नर गौरव दयाल से मुलाकात की। साथ ही प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन क

अलीगढ़ के अभिभावकों ने बुधवार को कमिश्‍नर गौरव दयाल से मुलाकात की।

अलीगढ़,। यूरोपीय देश में शामिल यूक्रेन व रूस युद्ध संकट में भारतीय मेडिकल छात्रों की सुरक्षा व एयर लिफ्ट कराने के लिए अलीगढ़ के अभिभावकों ने बुधवार को कमिश्‍नर गौरव दयाल से मुलाकात की। साथ ही प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन कमिश्‍नर को दिया है। अभिभावकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि यूक्रेन में मेडिकल शिक्षा में अध्ययनरत बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पीएम ले लें। अभिभावकों ने गुहार लगाई है कि  युद्ध की स्थिति से पहले ही बच्‍चों को एयर लिफ्ट द्वारा भारत वापस बुलवाया जाए।

अलीगढ़ के 50 बच्‍चे हैं यूक्रेन में

अभिभावकों ने प्रधानमंत्री के नाम संबोधित प्रतिवेदन पत्र कमिश्‍नर व डीएम अलीगढ़ को सौंपा है। चिंतित अभिभावकों ने कहा कि यूक्रेन देश पर प्रस्तावित नाटो सदस्यता के विरूद्ध रूस देश द्वारा उसे चारों ओर से अपनी सेना द्वारा घेर कर ,यूक्रेन पर सैन्य हमला कर युद्ध छेड़ने की घोषणा से, मेडिकल अध्ययनरत बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावक अत्यंत चिंतित हैं। अलीगढ़ से करीब 50 बच्चे व देश से करीब 20 हजार से अधिक बच्चे वहां उच्च शिक्षा ले रहे हैं। कोविड 19 की वजह से भी उनकी शिक्षा पर भी खासा प्रभाव पड़ा था। वहीं, अब यूक्रेन में युद्ध के हालात पर वहां भारतीय दूतावास द्वारा भारतीय छात्रों को अचानक 15 फरवरी 22 में यूक्रेन छोड़ने की एडवाइजरी जारी करने से सभी स्थानीय अभिभावकों को गहरे पशोपेश में डाल दिया है।

किराया डेढ़ लाख तक बढ़ाया

यूक्रेन में युद्ध के संकट की वजह से वहां से दिल्ली /भारत की वापसी की फ्लाइट का किराया भी डेढ़ लाख रुपयों तक प्रति यात्री बताया जा रहा है, (जबकि नॉर्मल समय में ये किराया 22-23 हजार होता है),अनेकों फ्लाइटों का कैंसिल होना भी बताया जा रहा है। वर्तमान में फ्लाइट भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में यूक्रेन में फंसे देश के बच्चों की पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था करने की जिम्मेदारी लेने के साथ, आपातकालीन स्थिति में उनको भारत लाने के लिए 'एयर लिफ्ट ' की व्यवस्था भारत सरकार के द्वारा कराया जाना अति आवश्य

अभिभावकों का कहना था कि यूक्रेन में भारत की एम्बेसी से वहां अध्ययनरत बच्चे निरंतर संपर्क में हैं ,लेकिन एम्बेसी को भी बच्चों को निरंतर संरक्षण दिया जाना अपेक्षित है। 

 ये रहे मौजूद

 पंकज धीरज ,डॉ विश्वामित्र आर्य, सैयद राशिद अहमद,आमोद कुमार उपाध्याय,काजल धीरज ,पुनीत अरोरा,मोरमुकुट यादव, आदि सहित अन्य अभिभावक ज्ञापन देते समय मौजूद रहे

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