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RGAन्यूज़
Russia-Ukraine War News सेजल ने अपनी मां को बताया कि उसके पैरों में छाले पड़ चुके हैं। उसने पैरों में पड़े छाले की मां के साथ तस्वीरें भी साझा की। कहा कि खार्कीव में रेलवे स्टेशन से 18 किलोमीटर दूर पेसोचिन बार्डर पर जाना
कई दिन से हास्टल के अंदर बने बंकर में रहकर मदद का इंतजार किया।
बरेली, । बरेली के सीबीगंज की वेस्ट एंड कालोनी निवासी डा. सुरजीत आर्य की बेटी सेजल भी यूक्रेन की खार्कीव नेशनल यूनिवर्सिटी में मेडिकल की छात्रा हैं। बुधवार देर रात वह खार्कीव शहर से निकलकर पेसोचिन बार्डर पहुंच चुकी थी। गुरुवार को सेजल ने अपनी मां को बताया कि उसके पैरों में छाले पड़ चुके हैं। उसने पैरों में पड़े छाले की मां के साथ तस्वीरें भी साझा की। सेजल ने अपनी मां सुरजीत को बताया कि खार्कीव में रेलवे स्टेशन से 18 किलोमीटर दूर पेसोचिन बार्डर पर जाना पड़ा। उसके साथ करीब 600 अन्य भारतीय छात्र भी थे। पैदल चलने के कारण सेजल समेत अन्य छात्रों के पैरों में छाले पड़ चुके हैं। इससे पहले सेजल ने अपने साथियों के साथ कई दिन से हास्टल के अंदर बने बंकर में रहकर मदद का इंतजार किया।
बुधवार को कर्फ्यू खुला तो स्टेशन जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े मगर स्टेशन पर काफी भीड़ होने के कारण ट्रेन में चढ़ नहीं पाईं। सेजल की मां सुरजीत के मुताबिक उसने फोन पर बताया कि यहां यूक्रेनियों ने भारतीय छात्रों को ट्रेन में नहीं चढ़ने दिया जिसकी वजह से वहां अफरा-तफरी फैल गई। भारतीय दूतावास द्वारा भारतीय समय के अनुसार बुधवार रात 9.30 बजे तक खार्कीव छोड़ देने की एडवाइजरी जारी की गई। गुरुवार को वह पेसोचिन स्थित कैंप में
यहां खाने पीने का इंतजाम बच्चों के लिए किया गया है जिस जगह वह मौजूद हैं वहां से रशिया का बार्डर 61 किलोमीटर दूर है। डरी हुई और हाफ रही थी बेटी सेजल के पिता डा. विनय व मां सुरजीत ने बताया कि खार्कीव से निकलते समय बच्चे बेहद दहशत में आ गए थे। बेटी से हुई वीडियो काल में वह बेहद डरी और हांफती दिखी। सेजल ने अपने पिता को बताया कि सभी सिर्फ पैदल चले जा रहे हैं जिसके बाद पिता का जवाब था कि तुम मेरी बहादुर बेटी हो हिम्मत बिल्कुल नहीं हारना। सेजल ने बताया कि उसके सामने एक बम ब्लास्ट हुआ जिसकी वजह से वह दहशत में आ गई। उन्होंने सेजल को सुरक्षित रहने के टिप्स
पिता विनय ने सेजल से कहा कि वह अपने साथ भारतीय राष्ट्रीय ध्वज जरूर रखे जितने भी लड़के और लड़कियां हैं वह ग्रुप में रहकर ही चलें। ट्रेन में चढ़ोगे तो गोली मार देंगे सेजल ने पिता को ट्रेन में अपने साथ हुई घटना को वीडियो काल में बताया। पिता को बताया कि यूक्रेनियों ने ट्रेन में चढ़ने से पहले बेहद बदसलूकी की। स्टेशन पर काफी भीड़ थी। जब ट्रेन आई तो यूक्रेनी चढ़ने लगे। भारतीय बच्चों को नहीं चढ़ने दिया। पहले यूक्रेनी चढ़े और फिर लड़कियों को सिर्फ खड़े रहकर चढ़ने दिया गया। लड़कों से कहा गया कि अगर तुम जाओगे तो तुम्हें गोली मार देंगे। वहीं सेजल ने बताया कि अब अगर हंगरी बार्डर सभी जाते हैं तो 1500 किमी की यात्रा करनी पड़ेगी जबकि रूस का बार्डर केवल 60 किमी दूरी पर है।