RGAन्यूज़
अलीगढ़ में केंद्रीय ट्रेड यूनियन मतगणना का इंतजार है। इसके बाद ये अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल शुरू करेंगे। इसकी घोषणा कर दी गई है। इसके लिए बैठक
अलीगढ़ में केंद्रीय ट्रेड यूनियन मतगणना के बाद हड़ताल करेंगे।
अलीगढ़, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के साझा मंच के तत्वावधान में रविवार को पान दरीबा में बैठक हुई। इसमें सरकार की नीतियों के विरोध में 28 व 29 मार्च को हड़ताल करने पर विचार-विमर्श
मुख्य वक्ता मोहम्मद इदरीश ने कहा कि सरकार की जनविरोधी एवं श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ मार्च के प्रथम सप्ताह में ही हड़ताल की जानी थी, किंतु चुनाव-मतगणना के कारण अब 28 व 29 मार्च को
यह है कारण
बैठक में वक्ताओं ने कहा, सरकार ने कोरोना महामारी के समय श्रमिकों के हित में बनाए हुए 29 श्रम कानूनों को समाप्त कर दिया। काले कृषि कानूनों के साथ-साथ इन्हें भी पारित करा लिया। इसमें श्रमिकों की सेवा शर्तें और उनकी सामाजिक सुरक्षा की गारंटी सरकार ने खत्म कर दी। पूंजीपतियों को श्रमिकों का शोषण करने के लिए खुली छूट दे दी। सरकार की इन श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में देश के सभी बड़े संगठन 28 व 29 मार्च को आम हड़ताल करने जा रहे हैं। 23 मार्च को सरदार भगत सिंह के बलिदान दिवस पर पान दरीबा में ट्रेड यूनियनों एवं जन संगठनों का समारोह आयोजित होगा। इसमें हड़ताल की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा। अध्यक्षता डा. राकेश सक्सेना व संचालन कामरेड राजकुमार शर्मा ने किया। इस मौके पर मोहम्मद अमजद, सचिन जैन, इरफान अंसारी, राकेश कुमार, आनंद शशिकांत आदि ने भाग लिया।
21 मार्च से डीएफओ कार्यालय पर धरना
सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं शिक्षक पेंशनर एसोसिएशन ने प्रागीय निदेशक (सामाजिक वानिकी) को भेजे पत्र में कहा कि अधिकारियों व कार्यालय सहायकों की हठधर्मिता पूर्ण व्यवहार से कर्मचारियों की शिकायतों का निस्तारण नहीं हो पा रहा। वे न्याय के लिए चक्कर काट रहे हैं। आपको भी कई बार शिकायतों से अवगत कराया है। ऐसी स्थिति में हमारी मृत्यु के बाद हमारे परिवार के लोगों को न्याय कैसे मिलेगा। इसलिए 21 मार्च को आपके कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरा प्रदर्शन शुरू करने का निर्णय हुआ है। संयोजक महेंद्र सिंह नियुक्त किए गए हैं।