शाहजहांपुर में जुलूस के लिए शुरु हुई 50 हजार के लाट साहब की तलाश, बड़ा राेचक है यहां का इतिहास

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RGAन्यूज़

Shahjahanpur Joota Maar Holi शाहजहांपुर में जूतामार होली की तैयारी अंतिम चरण में है।जिसके लिए लाट साहब की तलाश तेज हाे गई है।संपर्क किया जा रहा है। लाट साहब फाईनल होते ही जुलूस निकलने की अंतिम तैयारियों पर मुहर लग जा

शाहजहांपुर में जुलूस के लिए शुरु हुई 50 हजार के लाट साहब की तलाश, बड़ा राेचक है यहां का इतिहास

बरेली, । Shahjahanpur Joota Maar Holi : यूपी के शाहजहांपुर में होली का अलग अंदाज देखने को मिलता है। यहां होली के दिन लाट साहब का जुलूस बड़े ही धूमधाम से निकलता है। होली पर निकलने वाले इस जुलूस के लिए लाट साहब की तलाश तेज हो गई है। इस बार लाट साहब की डिमांड करीब 50 हजार के पास पहुंच गई है।शहर में लाट साहब के छोटे बड़े कई जुलूस निकलते है। जिनमें से शहर के चौक कोतवाली क्षेत्र से निकलने वाला जुलूस मुख्य लाट साहब का होता है।लाट साहब के जुलूस के लिए अब मुरादाबाद और रामपुर के इच्छुक व्यक्तियोंं से संपर्क साध जा रहा है।

इसलिए निकलता है लाट साहब का जुलूस

दरअसल में लाट साहब का जुलूस निकालने की पीछे मुख्य वजह यहां के लोग ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त करते है।जहां ब्रिटिश सरकार केे गर्वनर के प्रतीक के रूप में लाट साहब को बनाया जाता है।जिस पर लोग झाडू,जूते,चप्पल की बरसात करते है।इसके साथ ही लोग लाट साहब की जय का नारा भी लगाते है।इसके साथ ही यह जुलूस भैसा गाड़ी पर निकाला जाता है।इस दौरान जमकर रंग भी चलता है। इसी को लोग जूता मार होली के नाम से भी

लाट साहब की सुरक्षा का पूरा रखते है ख्या

लाट साहब की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा जाता है।उनकी सुरक्षा के लिए उन्हें हेलमेट पहनाया जाता है।शरीर के बाकी अंगों की हिफाजत के लिए भी उन्हें सुरक्षात्मक दृष्टि से कई चीजें पहनाई जाती है जिनसे उन्हें किसी प्रकार की चोट न लगे।इसके अलावा लाट साहब की पहचान भी पूरी तरह से गोपनीय रखी जाती है।इसके अलावा लाट साहब मुरादाबाद या रामपुर जनपद के 

फूलमती के मंदिर से शुरू होता है लाट साहब का जुलूस

लाट साहब का जुलूस फूलमती मंदिर में दर्शन करने के बाद शुरू होता है। उसके बाद शाही सवारी भैसा गाड़ी पर सवार होकर लाट साहब निकलते है।बस यही से शुरू होती है जूतामार होली। जहां लोग लाट साहब पर जमकर जूते चप्पल बरसाते है।इस जुलूस के आयाेजन पर करीब एक लाख से अधिक का खर्च आता है। जिसमें से करीब 50 हजार रूपए लाट साहब काे दिए जाएंगे।इसके अलावा लाट साहब के सम्मान और सुरक्षा का आयोजक पूरी तरह से ध्यान र

शहर में निकलेंगे लाट साहब के दस जुलूस

इस बार शहर में लाट साहब के दस जुलूस निकलेंगे।जिनके लिए रूट सहित अन्य व्यवस्था पहले से रखी जाती है। जिससे कोई समस्या न हो।इसके अलावा इस अवसर पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए वहां फोर्स की भी खासी व्य

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