मुदित प्रताप सिंह संवाददाता फतेहगंज
1 _ गांधी प्रतिमा से परिवर्तन चौक तक किया पैदल मार्च ,
2 _ पत्रकार की आजादी और कलम पर अंकुश लगाने का दुस्साहसिक एक प्रयास ,
3 _ शासन प्रशासन को ज्ञापन देकर कराया अवगत ,
RGA _ न्यूज़ लखनऊ संवादाता परितोष रंजन की रिपोर्ट
लखनऊ _ सात मार्च बलिया में पेपर आउट होने के मामले को लेकर निर्दोष पत्रकारों को आरोपी बनाते हुए जेल भेजने का मामला संज्ञान में आते ही उत्तर प्रदेश के पत्रकारों में हलचल मच गई ।कई जिलों में इसके विरोध में धरना प्रदर्शन शुरू हो गए। पत्रकारों पर की गई कार्रवाई से क्षुब्ध पत्रकार संगठनों ने बलिया के डीएम एसपी और बेसिक शिक्षा अधिकारी के बर्खास्तगी की मांग शुरू कर दी। इसी प्रकरण को लेकर वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन तथा उपजा सहित कई संगठनों ने बलिया के पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार और फर्जी मुकदमे में जेल भेजे जाने को लेकर, गांधी प्रतिमा, जीपीओ पार्क से परिवर्तन चौक तक पैदल मार्च करते हुए विरोध प्रदर्शन कर शासन प्रशासन को अपनी शिकायत दर्ज कराई।
पत्रकारों की यह मांग कि बिना अधिकारियों के मिलीभगत के पेपर लीक होने का सवाल ही नहीं उठता। इससे तो यह लगता है कि शिक्षा माफियाओं कि इतनी गहरी पैठ है कि, उन्हें बचाने के लिए सारा दोष पत्रकारों पर मढ दिया गया। सच्चाई को नकारा नहीं जा सकता फिर पत्रकार कैसे दोषी हो सकते हैं। यह बात किसी पत्रकार को हजम नहीं हो रही है पत्रकारों ने निष्पक्ष जांच की भी मांग उठाई है । बलिया से आए पत्रकार संजीव कुमार बाबा, बृजेश कुमार सिंह ने बलिया प्रकरण की सारी सच्चाई मीडिया के सामने उजागर करते हुए कहा कि पेपर आउट के मामले में अमर उजाला सहित जिन पत्रकारों को जेल भेजा गया है वह सभी निर्दोष हैं, उन पर बलिया के डीएम और एसपी ने मनमानी करते हुए फर्जी तरीके से मुकदमा कायम कर जेल भेजा है। जिसकी अगर उच्चस्तरीय जांच की गई तो सच्चाई सामने होगी।
इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से पवन श्रीवास्तव अध्यक्ष वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया शेखर पंडित प्रदेश अध्यक्ष ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन एवं उनके समस्त पदाधिकारी पत्रकार गण। हेमंत कृष्णा अध्यक्ष उपजा, सुशील दुबे अध्यक्ष , परितोष रंजन, डॉक्टर मुदित सिंह, तनवीर अहमद सिद्दीकी, संजय आजाद, सहित कई संगठनों के भारी संख्या में पत्रकार सम्मिलित हुए।