

RGAन्यूज़
दो लोगों की मौत और एक युवक का कुछ पता न लगपाने से घाट पर नजारा बदल चुका था। एक युवक का कुछ पता न लगा जिसकी तलाश में देर शाम तक 12 गोताखोर जुटे रहे। मृतकों के स्वजन के रोने की चीखें सुनाई दे र
गोताखोर भी कूदे, लेकिन तीन युवक ही बच पाए।
अलीगढ़,। अलीगढ़ के दादों में दशहरा के चलते आस्था में डूबे लोगों के दल गुरुवार को गंगा स्नान के लिए सांकरा घाट पर सुबह से ही आने लगे थे। गंगा में जयकारे के साथ डुबकी की सिलसिला बना हुआ था। स्नान के लिए जोश देखते बन रहा था, लेकिन 11 बजे बाद मानो नजर लग गई। अचानक बचाओ-बचाओ की तेज आवाज एक ओर से उठीं और गंगा में छह लोग डूबते नजर आने लगे। तेजी से गोताखोर भी कूदे, लेकिन तीन युवक ही बच पाए। दो लोगों की मौत और एक युवक का कुछ पता न लगपाने से घाट पर नजारा बदल चुका था। एक युवक का कुछ पता न लगा, जिसकी तलाश में देर शाम तक 12 गोताखोर जुटे रहे। मृतकों के स्वजन के रोने की चीखें सुनाई दे रहींं थीं। इस दौरान अधिकांश श्रद्धालुओं घाट किनारे ही रहे। गंगा में आने से जाने से लोगों को रोका गया। इसके लिए दिनभर पुलिस तैनात रही।
कों ने नहीं मानी पुलिस की बात
सुबह से घाट पर सब कुछ सामान्य था। पुलिस जवान लोगों को गहरे पानी में न जाने की सलाह दे रहे थे। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने हजारा नहर के पुल के पास अलीगढ़ से आने वाले वाहनों को रोकने की व्यवस्था की थी, जिससे के चलते श्रद्धालुओं को करीब दो किमी दूर पैदल ही गंगा स्नान के लिए जाना पड़ा। लेकिन, बदायूं की ओर से आने वाले वाहनों पर रोक नहीं थी। करीब 10 बजे बदायूं के थाना जरीफनगर क्षेत्र के गांव केरई के तीस लोग ट्रैक्टर-ट्राली से सांकरा गंगाघाट आए। कुछ ही देर बाद ही सभी गंगा में नहाने लगे। छह लोग कुछ आगे बढ़ गए। 11 बजे इन लोगों के डूबते ही माहौल बदल गया। इस हादसे के बाद घाट किनारे स्नान करने व गहरे पानी में न जाने की प्रशासन की ओर से मुनादी कराई गई
पहले भी हो चुके हैं हादसे
गंगा में डूबने की घटनाएं कई बार हो चुकी हैं। लेकिन सबसे बड़ा हादसा पांच साल पहले हुआ था। एक नाव गंगा में पलट गई थी, जिसमें 12 लोग थे। प्रशासन ने गोताखोरों की मदद से सात लोगों को सकुशल गंगा से बाहर निकलवा लिया था। पांच लोगों की मौत हो गई थी। सभी मृतक बदायूं व संभल के थे। इसी साल दो मई को अनूपशहर गंगा घाट पर स्नान करने गए पिसावा के गांव जलालपुर निवासी पांच लोगों की गंगा में डूबने से मौत हो गई थी।