बरेली के परसाखेड़ा में चालकाें की परीक्षा लेगा आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक, सेंसर करेंगे कुशलता का आकलन

Praveen Upadhayay's picture

RGAन्यूज़

Bareilly Automatic Driving Testing Track बरेली में आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक दस दिन में शुरू हो जाएगा।परसाखेड़ा में बनकर तैयार हुए इस ट्रैक पर ड्राइविंग की कुशलता का आकलन सेंसर करेंगे।जरा सी गलती हाेने पर यह सेंसर तुरंत पकड़ ल

Bareilly News: बरेली के परसाखेड़ा में चालकाें की परीक्षा लेगा आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक, सेंसर करेंगे कुशलता का आकलन

बरेली, : प्रदेश सरकार के 100 दिन की कार्य योजना में शामिल आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक की टेस्टिंग शुरू हो गई है। चोरों द्वारा गायब हुए सेंसर को गुजरात की निर्माणदायी संस्था रिवर्स साल्ट की ओर से लगाने के बाद ट्रायल किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक अधिकतम 10 दिन बाद यहां पर टेस्टिंग शुरू हो जाएगी। शासन की ओर से इसके संचालन की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है। राजस्थान जयपुर की राइस टैक साफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड व न्यू लुक स्टेनलैस प्राइवेट लिमिटेड को इसके संचालन की जिम्कदम

आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक परसाखेड़ा में बन कर तैयार हो गया है। सेंसर वाला आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर टेस्ट पास करने वाले आवेदन कर्ता को ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी होगा। ट्रैक पर टेस्ट देते वक्त कोई गलती हुई तो सेंसर तुरंत पकड़ लेगा।

आरआइ मानवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सड़क सुरक्षा को ध्यान में रख कर ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण किया गया है। इसके अलावा ट्रैक पर एच, आफ, एस, पार्किंग, यू टर्न, आठ, जेब्रा क्रासिंग, प्रमुख ट्रैफिक सिग्नल बनाए गए हैं। सभी सिग्नल पर सेंसर लगा है। जिन्हें कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है

ड्राइविंग के समय गाड़ी ट्रैक के किनारे पर टच होती है तो सेंसर गलती पकड़कर आगे कम्प्यूटर को पास कर देगा। टेस्ट के वक्त दूसरा ड्राइविंग न करे या कोई मदद न करे, इसके लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। गाड़ी ट्रैक से बाहर आते ही कम्प्यूटर से फेल या पास की स्लिप जारी करेगा। टेस्ट के आधार पर ही लाइसेंस जारी होगा।

प्रदेश का दूसरा आटोमेटिक ट्रैक

पांच हजार वर्गमीटर में बना बरेली का सेंसर तकनीक वाला आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक प्रदेश में कानपुर के बाद दूसरा है। टेस्ट के वक्त होने वाली गड़बड़ियों को सेंसर रीड करेंगे और सीसीटीवी कैमरे से उसकी नजर रखी जाएगी। गलती पर खुद प्वाइंट कटेंगे। तय प्वाइंट पर पास या फेल कंप्

ट्रैक बन कर तैयार हो गया है। टेस्टिंग चल रही है। 10 दिन बाद इसकी शुरुआत की जाएगी। शासन की ओर से इसके संचालन को कंपनी भी नामित कर दी गई है। 

  •  
  •  
  •  

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.