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पिछले साल ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth) के महल विंडसर कैसल (Windsor Castle) की सुरक्षा में सेंध का मामला सामने आया था। उस समय एक शख्स मास्क पहनकर क्रास-बो (crossbow) से लैस होकर महल में दाखिल हुआ था
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के महल विंडसर कैसल की सुरक्षा में सेंध का मामला सामने आया है।
लंदन, एजेंसी। पिछले साल क्रिसमस दिवस के मौके पर ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth) के महल विंडसर कैसल (Windsor Castle) की सुरक्षा में सेंध का मामला सामने आया था। उस समय एक शख्स मास्क पहनकर क्रास-बो (crossbow) से लैस होकर महल में दाखिल हुआ था। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन की एक अदालत ने बुधवार को इस मामले की सुनवाई की। अदालत को बताया गया कि आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह महारानी की हतरोपों का दौर
लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट (Westminster Magistrates' Court) को बताया गया कि 20 वर्षीय जसवंत सिंह चैल (Jaswant Singh Chail) ने हमले की योजना बनाने और शाही परिवार तक पहुंच हासिल करने की कोशिश में महीनों बिताए थे। जसवंत सिंह चैल (Jaswant Singh Chail) पर राजद्रोह अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं। अभियोजकों ने बताया कि साउथेम्प्टन के चैल ने महल के परिसर में दाखिल होने से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जहां महारानी ज्य
रिपोर्ट के मुताबिक महारानी घुसपैठ के दिन वहां मौजूद थी। आरोपी ने वीडियो में कहा था कि मैं जो करूंगा उसके लिए मुझे खेद है। मैं शाही परिवार की रानी एलिजाबेथ की हत्या करने जा रहा हूं। इस वीडियो में आरोपी ने अपने चेहरे को छिपा रखा है। यह भी दिख रहा है कि वह क्रासबो से लैस है। चैल ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि यह 1919 के नरसंहार में मारे गए लोगों का बदला है। मालूम हो कि इस नरसंहार में ब्रिटिश सैनिकों ने अमृतसर में लगभग 400 सिखों की गोली माकय
जसवंत सिंह चैल (Jaswant Singh Chail) का कहना था कि यह उन लोगों की हत्या का बदला है जो अपनी जाति के कारण मारे गए, अपमान और भेदभाव का शिकार हुए। इस घटना को 1919 के जलियांवाला बाग नरसंहार के रूप में भी जाना जाता है। इसमें ब्रिटिश सैनिकों ने निहत्थे नागरिकों पर अंधाधुंध गोलिया चलाई थीं। महारानी एलिजाबेथ ने 1997 में भारत की यात्रा के दौरान नरसंहार स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की थी। साथ ही इसे विचलित