RGAन्यूज़ राजस्थान जयपुर संवाददाता
Rajasthan जयपुर में एक कांस्टेबल ने सहायक पुलिस उपायुक्त से 500 रुपये की रिश्वत ले ली। इस मामले में बाद में कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया। जबकि तीन अन्य पुलिसकर्मियों को भी लाइनहाजिर कर दिया गया है।
जयपुर संवाददाता: राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) में एक कांस्टेबल ने सहायक पुलिस उपायुक्त (DCP) से 500 रुपये की रिश्वत ले ली। बाद में कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया। तीन अन्य पुलिसकर्मियों को भी लाइनहाजिर कर दिया गया है। रात्रि गश्त और नाकेबंदी के दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा अवैध वसूली करने की शिकायत मिलने पर पुलिस आयुक्त ने अधिकारियों को सादी वर्दी में फील्ड में भेजा था।
ढाई हजार रुपये चालान काटने की दी धमकी
बृहस्पतिवार रात डीसीपी परीस देशमुख सादी वर्दी पहनकर निजी कार से शहर के विभिन्न इलाकों में नाकेबंदी जांच रहे थे। इस दौरान ट्रांसपोर्ट नजर इलाके में देशमुख को पुलिसकर्मियों ने रात डेढ़ बजे रोक लिया। इस दौरान देसखुश का गनमैन और वाहन चालक भी सादी वर्दी में उनके साथ थे। कांस्टेबल राजेंद्र प्रसाद ने देशमुख की गाड़ी को रोका और तेज गति व सीट बेल्ट नहीं लगाने के नाम पर उन्हें ढाई हजार रुपये का चालान काटने की धमकी देने लगा। कुछ देर बहस के बाद राजेंद्र प्रसाद के तीन अन्य साथी पुलिसकर्मी राजेंद्र सिंह, अशोक और राजीव के साथ मिलकर चालान नहीं काटने की एवज में 500 रुपये की अवैध वसूली कर ली।
तीन पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
मौके से रवाना होने के बाद देशमुख ने घटना की जानकारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कैलाश बिश्नोई को दी। बिश्नोई ने अवैध वसूली के 500 रुपये लेने वाले कांस्टेबल राजेंद्र प्रसाद को निलंबित करते हुए तीन अन्य पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया। बिश्नोई ने बताया कि नाकेबंदी के दौरान अपराधियों पर नजर रखने, तेज गति और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। पिछले कुछ समय से शिकायत मिल रही थी कि नाकेबंदी पर तैनता पुलिसकर्मी अवैध वसूली करते हैं। इस पर डिकाय आपरेशन चलाया गया है।