हरिद्वार कोर्ट में जितेंद्र त्यागी ने किया सरेंडर, कहा- मैं एक हिंदू हूं, मुझे इस पर गर्व है

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RGAन्यूज़ संवाददाता हरिद्वार उत्तराखंड

Hate Speech Case हरिद्वार में आयोजित हुई धर्म संसद में हेट स्पीच मामले में आज शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र नारायण त्यागी (वसीम रिजवी) ने हरिद्वार कोर्ट में सरेंडर कर दिया। यहां उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

हरिद्वार। Hate speech case: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जितेंद्र नारायण त्यागी ( पहले नाम वसीम रिजवी ) ने कोर्ट में सरेंडर किया। जान के खतरे को देखते हुए उन्‍हें सुरक्षा के आदेश दिए।

मैं एक हिंदू हूं और मैं इस पर गर्व करता हूं : त्यागी

जितेंद्र नारायण त्यागी ने कहा कि चार महीने जेल में रहा, मैंने उन गुनाहों का पश्चाताप कर रहा हुं जो मैंने कभी किया ही नहीं। क्योंकि मैं एक हिंदू हूं और मैं इस पर गर्व करता हूं। मुझे मेरी जान का भी खतरा है, क्योंकि जो कहते हैं सर तन से जुदा वो मारना ही जानते हैं। ‌खतरा हर जगह है और जब तक मैं जिंदा हूं तब तक खतरा बना ही रहेगा।

कोर्ट ने सुरक्षा के आदेश भी दिए

धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित की गई धर्म संसद (Dharma Sansad In Haridwar) में हेट स्पीच मामले में आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र नारायण त्यागी (वसीम रिजवी Wasim Rizvi) ने हरिद्वार न्यायालय में सरेंडर कर दिया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। जितेंद्र नारायण त्यागी को कुछ कट्टरपंथियों से खतरा है, इसको देखते हुए न्यायालय ने इनकी सुरक्षा का आदेश भी दिया है।

सबसे पहले पहुंचे निरंजनी अखाड़ा

जितेंद्र नारायण त्यागी (Wasim Rizvi)  सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा पहुंचे। यहां अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी से भेंट करके उनका आशीर्वाद लिया, इसके बाद वे हरिद्वार कचहरी परिसर में पहुंचे। ‌उनके साथ रविंद्रपुरी महाराज सहित कई साधु-संत भी मौजूद रहे।

हरिद्वार में आयोजित हुई थी धर्म संसद

17 से 19 दिसंबर 2021 को हरिद्वार के वेद निकेतन में धर्म संसद (Dharma Sansad) आयोजित हुई थी। आरोप है कि इसमें एक समुदाय को खत्म करने जैसी बातें कही गईं। ज्वालापुर निवासी गुलबहार खां ने हरिद्वार शहर कोतवाली में 23 दिसंबर 2021 को करीब 10 धर्मगुरुओं के खिलाफ हेट स्पीच मामले (Hate Speech Case) में मुकदमा करवाया था। इसमें जितेंद्र नारायण त्यागी का नाम भी था।

चार महीने रहे थे जेल में

हरिद्वार पुलिस ने 13 जनवरी 2022 को जितेंद्र नारायण त्यागी को यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर से गिरफ्तार किया था । वह करीब चार महीने तक जेल में रहे थे। इसके बाद उन्हें सुप्रीम कोर्ट (SC) से अंतरिम जमानत मिल गई। 29 अगस्त 2022 को अंतरिम जमानत समाप्त हो गई है, सुप्रीम कोर्ट ने जितेंद्र नारायण त्यागी को दो सितंबर तक सरेंडर करने का आदेश दिया था।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद किया सरेंडर

जितेंद्र नारायण त्यागी के वकील उत्तम सिंह चौहान का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट से इनकी मेडिकल के आधार पर जमानत हुई थी। उसका समय पूरे होने पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट (SC) के आदेश के बाद सरेंडर किया है। कुछ इनपुट मिले हैं कि उन्हें कट्टरपंथियों से जान का खतरा है। इसको देखते हुए न्यायालय ने इनकी सुरक्षा का आदेश भी पारित किया है।

यति नरसिंहानंद गिरि भी गए थे जेल

हेट स्पीच (Hate Speech Case:) के आरोप में जितेंद्र नारायण त्यागी के साथ गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरि भी जेल गए थे। हालांकि, उन्हें हरिद्वार कोर्ट से महज एक महीने के भीतर ही जमानत मिल गई थी। मगर जितेंद्र नारायण त्यागी चार महीने तक जेल में रहे थे।

 

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